नई दिल्ली। जैसा कि सभी जानते हैं कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। जिसके चलते गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान संगठनों द्वारा ट्रैक्टनर मार्च निकाला गया था। जिसमें हिंसा भड़क उठी थी और किसान प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर धावा बोल दिया था। साथ ही निशान साहिब का झंडा भी लगाया गया था। जिसके चलते देश की राजधानी दिल्ली में अशांति का माहौल बन गया था। इसके साथ बाद में गृह मंत्रालय ने पुलिस को कार्रवाई करने के आदेश दिए। इसके साथ ही बता दें कि हिंसा में करीब 300 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके साथ ही अब हिंसा के दौरान पुलिसकर्मियों पर हमले के विरोध में उनके परिवारों का शहीदी पार्क में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। हिंसा में घायल पुलिसकर्मियों के परिजन इंसाफ की मांग कर रहे हैं।
लाल किले पर पहुंची फोरेंसिक जांच टीम-
बता दें कि किसान आंदोलन दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद लग रहा था कि आंदोलन अब खत्म हो जाएगा। लेकिन राकेश टिकैत के आंसू रंग लाए। जिसके बाद रात में किसानों का जत्था गाजीपुर बाॅर्डर पर पहुंच गया। जिसके बाद किसान आंदोलन को एक बार फिर प्रकाश की नई किरण मिल गई। इसी बीच दिल्ली में 26 जनवरी को हिंसा मामले की जांच के लिए आज दोपहर 2 बजकर 30 मिनट पर फोरेंसिक जांच टीम लालकिला पहुंची। ये टीम लाल किले के अंदर ब्लड सेंपल, तोड़फोड़, झंडे के आसपास की जगह के सैम्पल उठाएगी। इसके साथ ही वहां लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी। वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 29 जनवरी को रात 11 बजे से 31 जनवरी को रात 11 बजे तक के लिए सिंघु, गाजीपुर, टिकरी बॉर्डर और उनके आस-पास के इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद किया है।
किसानों ने आज रखा एक दिन का उपवास-
इसके साथ ही दिल्ली बाॅर्डर पर प्रदर्शन कर किसान नेता आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर एक दिन का उपवास कर रहे हैं। वहीं दिल्ली हिंसा के खिलाफ घायल पुलिस वालों के परिजन भी शहीदी पार्क में प्रदर्शन करके इंसाफ की मांग कर रहे हैं।