गाजियाबाद। 3 जनवरी को गाजियाबाद के मुरादनगर में 3 जनवरी को हुए श्मशान घाट हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी। आज सुबह इस हादसे में मरने वालों के परिजनों ने मेरठ गाजियाबाद को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 58 पर शव रखकर जाम लगा दिया। मुरादनगर से लेकर मेरठ तक जाम की स्थिति बनते देख पुलिस महकमे के लोगों ने जाम लगा रहे परिजनों को किसी तरह समक्षाबुक्षाकर जाम समाप्त कराया। इसके कुछ ही देर बाद फिर फिर लोगों ने राजमार्ग को दोबारा जाम कर दिया।
जानकारी के मुताबिक अंतिम संस्कार करने गए लोगों की मौत से आक्रोशित परिजनों ने एनएच.58 पर जाम लगा दिया। मृतकों के परिजन एनएच.58 पर शव रखकर बैठ गए और एनएच को जाम कर दिया। इससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। एनएच.58 पर लंबा जाम लग गया। बताया जाता है कि राजमार्ग जाम होने के कारण करीब 15 किलोमीटर तक वाहन खड़े हो गए।
जाम की सूचना पाकर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।ु पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने परिजनों को किसी तरह समझा.बुझाकर जाम समाप्त कराया। इसके बाद मृतकों के परिजनों ने फिर से एनएच जाम कर दिया।
ये है पूरा मामला-
आपको बता दें कि रविवार को मुरादनगर के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार में जुटे लोगों पर लेंटर गिर गया था। लेंटर के मलबे में दबकर 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 17 घायल हो गए। सभी लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे। यह हादसा मुरादनगर के उखलारसी में हुआ।
पुलिस के अनुसार जब यह हादसा हुआ तो बारिश से बचने के लिए कई लोग इमारत के नीचे खड़े थे जिसे हाल ही में बनाया गया था। इस हादसे में जिन लोगों हुई है वे सभी पुरूष और जयराम के रिश्तेदार या पड़ोसी थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार किया जा रहा था। हादसे के तुरंत बाद पहुंचं बचावकर्मी यह सुनिश्चित करने के लिए घंटों तक मलबा हटाते रहे कि कहीं कोई और उसमें न फंसा हो।
इस हादसे में घायल हुए उधम सिंह (25) ने कहा- “मैं पहले 20 मिनट तक बेहोश हो गया थाण् जब मुझे होश आया तब मैंने देखा कि मेरे दोस्त मुझे मलबे से निकाल रहे हैं मुझे दर्द हो रहा है लेकिन आशा है कि मैं शीघ्र ठीक हो जाऊंगा।”