मेरठ। मेरठ पुलिस ने फर्जी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने रहे गैंग का पर्दाफाश किया है। एक फैक्ट्री में छापे के बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
मेरठ पुलिस ने शुक्रवार को देर रात मोहनपुरी में एक फैक्ट्री में छापा मारा। अंदर का नजारा देखकर पुलिस चौंक गई। फैक्ट्री में वाहनों की फर्जी हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट बन रही थीं। पुलिस ने 500 तैयार नंबर प्लेट, 50 आधी बनी प्लेटें, 300 से ज्यादा खाली प्लेट और प्लेट तैयार करने की मशीनें बरामद की हैं।
फैक्ट्री से पुलिस को भारी मात्रा में होलोग्राम भी मिले हैं। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक तनुज अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
दिल्ली से सामान लाकर बनाई जा रही थी प्लेटें
दिल्ली से सामान लाकर मेरठ में अवैध तरीके से फर्जी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाई जा रही थीं। असली-नकली प्लेट में सिर्फ एक बार कोड का अंतर था।
बार कोड न होने से नकली नंबर प्लेट स्कैन नहीं हो पाती। वह सिर्फ देखने भर के लिए हाईसिक्योरिटी प्लेट थी।
फैक्ट्री मालिक ने उगले कई राज
पुलिस से पूछताछ में तनुज ने बताया कि वह दिल्ली से खाली प्लेट खरीदता था। इसके बाद फैक्ट्री में अलग-अलग नंबरों की डाई की मदद से फर्जी नंबर प्लेट तैयार की जाती थी। नंबर प्लेट पर केवल बारकोड नहीं होता था। देखने में यह प्लेट हूबहू असली प्लेट जैसी दिखती है।
पूरे शहर में कर रहा था सप्लाई
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में पूरे शहर में फर्जी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट सप्लाई करने की बात कुबूली है। वह एसेसरीज और नंबर प्लेट बनाने वाले दुकानदारों को महज 300 रुपये में यह प्लेट मुहैया कराता था।
दुकानदार उसे 500-600 रुपये में बेच देते थे। लोगों को ऑनलाइन बुकिंग नहीं करानी पड़ती थी। इसलिए वह नक्कालों के झांसे में आ रहे थे।
सदर इलाके से फर्जी प्लेटें बेचने वाला गिरफ्तार
सिविल लाइन में फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद सदर बाजार थाना क्षेत्र में थापरनगर के संदीप की दुकान का पता सामने आया। संदीप इन प्लेटों को बेच रहा था। पुलिस ने संदीप को गिरफ्तार कर लिया। उसकी दुकान से 12 फर्जी प्लेटें मिली हैं।