नई दिल्ली – केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करने में विपक्षी दल कोई कमी नहीं छोड़ता। बता दे कि राहुल गाँधी और कई विपक्षी दलो ने केंद्र की मोदी सरकार पर यह आरोप लगाया था कि सरकार तीन चार उद्योगपतियों के लिए काम रही है। इस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज राज्य सभा में विपक्षी दलों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मोदी सरकार पर साठगांठ वाले पूंजीवाद का आरोप लगाना ठीक नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि आम आदमी की भलाई के लिए हमारी सरकार की योजनाओं के बावजूद विपक्ष एक झूठी कहानी बना रहा है कि सरकार ताकतवर पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है।
बजट को लेकर कही ये बाते –
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्षी दलों को जवाब देते हुए ,राज्यसभा में बजट की कुछ महत्ताओं पर भी प्रकाश डाला और कहा कि इस बजट मे गावों की सड़कों का निर्माण, हर गांव में बिजली, छोटे किसानों के खातों में पैसा डालने जैसी योजनाएं गरीबों के लिये है न कि पूंजीपतियों के लिये। उन्होंने बजट को लेकर यह भी कहा कि मेने बजट में शिक्षा को लेकर 99 ,300 करोड़ रूपए की घोषणा की है। साथ ही कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 27,000 करोड़ का लोन भी आंवटित किया गया। हाँ पश्चिम बंगाल की तरफ से छोटे और सीमांत किसानों की सूची नहीं देने से पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 2021-22 के लिये आबंटन 10,000 करोड़ रुपये कम किया गया है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मनरेगा के तहत आबंटित कोष का उपयोग हमारी सरकार में बढ़ा है।