मुजफ्फरनगर। यूपी में मुजफ्फरनगर के खतौली में हुए हादसे के बाद अब इसमें नए-नए खुलासे भी सामने आ रहे हैं। लेकिन इस बीच एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। खबर सामने आ रही है कि करीब दो महीने पहले इसी रूट पर एक हादसा होने से बच गया था। दरअसल एक दूधिया ने पटरी को कटा हुआ देखा तो उसने एक लाठी पर अपना कुर्ता लहराया और ट्रेन को रुकवाया।
लेकिन अब देखने वाली बात यह है कि अगर पहले भी हादसा होने से बच गया था तो आगे की कार्रवाई करने के लिए किसका इंतजार किया जा रहा था ? वही हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। हादसे में मरने वालों की संख्या अब 23 हो गई है तो घायलों की संख्या अब 150 से ज्यादा हो गई है। इनमें से कुछ यात्री तो ऐसे हैं जिन्हें गंभीर चोटें आई हैं। पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे। लेकिन अब देखने वाली बात यह एक हादसा है या फिर किसी की साजिश।
ऐसा इसलिए है क्योंकि जांच के दौरान लापरवाही की बात भी सामने आई है। हादसा होने के बाद जब इसकी जांच की गई तो पता चला, घटनास्थल के पास पटरियां कटी तथा वहां हथौड़े व अन्य औजार रखे हुए हैं। इस बीच यह बात सामने आई कि खतौली में ट्रैक मरम्मत का काम चल रहा है। अब सवाल उठला लाजमी है कि जब ट्रैक पर मरम्मत का काम चल रहा था तो ट्रेन को इस ट्रैक पर क्यों आने दिया ? जब सारी चीजें सामने थी तो ट्रेन इस ही ट्रैक से क्यों जा रही थी ? ऐसे ही कई सवालों ने इस मामले को और भी ज्यादा पेचीदा बना दिया है।