नई दिल्ली। रोहिंग्या समस्या को सुलझाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने दो दिवसिय बांग्लादेश दौरे के लिए रवाना हो गई है। बांग्लादेश की अपनी इन दो दिनों की यात्रा में सुषमा द्विपक्षिय संबंधों की समीक्षा को लेकर भारत-बांग्लादेश सयुंक्त सलाहकार आयोग की सह-अध्यक्षता करेंगी। इसके अलावा वे रोहिंग्या मुसलामनों के मुद्दे को भी इस बैठक में उठाएंगी। बता दें कि रोहिंग्याओं के मुद्दे से निपटने के लिए बांग्लादेश ने भारत से सहायता मांगी है।
सुषमा स्वराज अपनी इस यात्रा के दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और विपक्षी नेता रौशन इरशाद से भी मुलाकात करेंगी। इसी के साथ वे बांग्लादेश के प्रमुख थिंक टैंक के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगी। सुषमा 15 ऐसे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का भी उद्घाटन करेंगी जिन्हें भारत द्वारा फंड दिया जाता है, इन प्रोजेक्ट्स में शिक्षा, हेल्थकेयर, आईटी, वॉटर सप्लाई और सोशल वेलफेयपर जैसी चीजे शामिल है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि सुषमा अपने बांग्लादेश समकक्ष अब्दुल हसन महमूद अली के निमंत्रण पर बांग्लादेश पहुंच रही है। उसने कहा कि यात्रा के दौरान सुषमा और बांग्लादेश के विदेश मंत्री भारत-बांग्लादेश संयुक्त सलाहकार आयोग की सह-अध्यक्षता करेंगी। इस दौरे पर भारत और बांग्लादेश के बीच के बेहतरीन द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने और इन रिश्तों को आगे मजबूत करने का अवसर मिलेगा, बता दें कि यह सुषमा की दूसरी बांग्लादेश यात्रा है।