featured देश राज्य

राजस्थान में जोर-शोर से चल रहे चुनाव-प्रचार के बीच जयपुर पहुंची विदेश मंत्री सुषमा स्वराज

sushma राजस्थान में जोर-शोर से चल रहे चुनाव-प्रचार के बीच जयपुर पहुंची विदेश मंत्री सुषमा स्वराज

नई दिल्ली। राजस्थान में चुनाव-प्रचार जोर-शोर से चल रहा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जयपुर पहुंची हुई हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर हमले किए। उन्होंने कहा कि अब राहुल गांधी से जानना होगा कि हिंदू होने का मतलब क्या है? पहले उनकी धर्मनिरपेक्ष छवि रही है, लेकिन चुनाव आने पर उन्हें अपना हिंदू होना याद आ रहा है। कई बयानों का ज़िक्र कर सुषमा ने उनपर निशाना साधा। इसके अलावा जब उनसे योगी आदित्यनाथ के हनुमान जी पर दिए गए बयान के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि उनकी बात का गलत मतलब निकाला गया। सुषमा स्वराज ने कहा कि अगर उनके बयान को आप पूरा सुनेंगे तब आपको पता चलेगा कि उन्होंने क्या कहा। राजस्थान में एक चुनावी सभा के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी जो दलित, शोषित, वंचित बताया था।

sushma राजस्थान में जोर-शोर से चल रहे चुनाव-प्रचार के बीच जयपुर पहुंची विदेश मंत्री सुषमा स्वराज

 

बता दें कि सुषमा ने कहा कि मैंने योगी जी से इस बारे में राजस्थान आने से पहले बात की, क्योंकि यह राजस्थान में ही कहा गया था। उन्होंने कहा, ‘योगी जी ने मुझसे कहा कि मेरा अंतिम वाक्य किसी ने नहीं सुना। मैंने अंत में मैंने कहा था कि हनुमान जी हम सब के तारणहार हैं। राजस्थान के अलवर में बीते मंगलवार को एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि ‘बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं, जो स्वंय वनवासी हैं, निर्वासी हैं, दलित हैं, वंचित हैं। भारतीय समुदाय को उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूरब से पश्चिम तक सबको जोड़ने का काम बजरंगबली करते हैं। सीएम योगी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हो रही है। ट्विटर, फेसबुक पर कई तरह के मेम्स बनाए जा रहे हैं। इससे पहले शहरों के नामों को लेकर भी योगी आदित्यनाथ विवादों में रहे हैं।

वहीं इन सबसे के बीच हनुमान जी की जाति को लेकर मोदी सरकार में मंत्री सत्यपाल सिंह का कहना है कि हनुमान जी आर्य थे। केंद्रीय मंत्री सत्यपाल मलिक ने कहा कि भगवान राम और हनुमान जी के युग में कोई जाति-व्यवस्था नहीं थी। इसलिए हनुमान जी आर्य थे। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा कि ‘भगवान राम और हनुमान जी के युग में इस देश में कोई जाति व्यवस्था नहीं थी। कोई दलित, वंचित, शोषित नहीं था। वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस को आप पढ़ेंगे तो आपको मालूम चलेगा कि उस समय को जाति व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने आगे कहा कि ‘हनुमान जी आर्य थे। इस बात को मैंने स्पष्ट किया है, उस समय आर्य जाति थी और हनुमान जी उसी आर्य जाति के महापुरुष थे।

Related posts

लखनऊ: बरामद किए गए 101 गुमशुदा मोबाइल फ़ोन, कीमत लगभग 32 लाख

Shailendra Singh

शरदीय नवरात्रि में देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का लगा तांता, पुजारी ने कहा- महादेवी की पूजा का विशेष महत्व

Rahul

सुषमा ने की पाकिस्तानी पिता और बेटी की मदद, मात्र एक घंटे में दिलाई मेडिकल वीजा

Rani Naqvi