एजेंसी, ढाका। भारत से पड़ौसी देशों को प्याज का निर्यात बंद कर दिया गया है। निर्यात बंद करने की वजह देश में प्याज की कीमतों में बढ़ोत्तरी है। लेकिन भारत के निर्यात बंद करने से पड़ौसी देशों में भी प्याज की कीमत आसमन छूने लगी है।बांग्लादेश में प्याज के दाम रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गए है। सरकार ने हवाई जहाज से तुरंत प्याज आयात करने का फैसला किया है।
हालांकि, इससे पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने अपने भोजन की सूची से प्याज को हटा दिया था। भारत से निर्यात रोक दिये जाने के बाद उसके पड़ोसी देशों में प्याज के दाम आसमान पर पहुंच गये। भारत में मानसून की भारी वर्षा के कारण प्याज की फसल को नुकसान हुआ जिससे उत्पादन कम हुआ है। दक्षिण एशिया के देशों में प्याज खान-पान का अहम हिस्सा है। यह राजनीतिक लिहाज से भी काफी संवेदनशील खाद्य उत्पाद है।
बांग्लादेश में एक किलो प्याज का दाम आमतौर पर 30 टका (करीब 25 रुपये किलो) रहता है। भारत से निर्यात बंद होने के बाद प्याज का दाम तेजी से बढकर 260 टका (करीब 220 रुपये किलो) पर पहुंच गये।बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के उप-प्रेस सचिव हसन जाहिद तुषार ने एएफपी से कहा कि प्याज हवाई जहाज से मंगाया जा रहा है। उधर प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने खाने पीने में प्याज का इस्तेमाल बंद कर दिया है।’’उन्होंने कहा कि ढाका में प्रधानमंत्री के आवास पर किसी भी भोजन में प्याज का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार प्याज की कई खेपें प्रमुख बंदरगाहों चिटगांव शहर में रविवार को पहुंची हैं। जनता के रोष को देखते हुये म्यांमार, तुर्की, चीन और मिस्र से प्याज का आयात किया गया है।बांग्लादेश का सार्वजनिक उपक्रम बांग्लादेश व्यापार निगम भी 45 टका प्रति किलो में राजधनी में प्याज की बिक्री कर रहा है।