देश और दुनिया में इन दिनों भले ही कोरोना का कहर टूट रहा हो लेकिन इस बीच एक नई आफत इंसानों को लगातार चेतावनी दे रही है और वो के भूकंप। पिछले दो महीनों से जि तरह से दिल्ली एनसीआर में जिस तरह के छोटे-छोटे झटके महसूस हो रहे हैं। उसके लेकर वैज्ञानिकों ने चेताया है।रविवार दोपहर को भी 2.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर था। पिछले 2 महीनों में दिल्ली-एनसीआर में 14वीं बार धरती कांपी है। विशेषज्ञों की माने तो ये एक बहुत बड़े खतरे की आहट है।
हाल ही में आईआईटी कानपुर की एक स्टडी में इसे लेकर चेतावनी भी दी गई है। स्टडी के मुताबिक दिल्ली से बिहार के बीच बड़ा भूकंप आ सकता है। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.5 से 8.5 के बीच होने की आशंका है। इसी तरह आईआईटी धनबाद के भूकंप विज्ञान विभाग ने भी बार-बार आ रहे हल्के झटकों को बड़े भूकंप का इशारा बताया है।
आईआईटी धनबाद के डिपार्टमेंट्स ऑफ अप्लाइड ऑफ जियोफीजिक्स ऐंड सिस्मोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रफेसर पीके खान ने तो इन झटकों को बड़े खतरे की आहट करार दी है। प्रफेसर खान ने बताया, ‘कम तीव्रता वाले झटकों का बार-बार आना किसी बड़े भूकंप की तरफ इशारा करता है।
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अगर इसी तरह से ही भूकेप आता रहा तो एक दिन बड़ा भूकंप आकर बड़ी तबाही मचा सकता है। क्योंकि जिस तरह से बार-बार छोटे-छोटे भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं वो आने वाले समय के लिए चेतावनी दे रहे हैं। अगर वैज्ञानिकों की बातें सही साबित हो जाती है तो देश में भूकंप से भारी तबाही मच सकती है।