उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि किसी भी प्रदेश के विकास के लिए उसका आर्थिक रूप से सशक्त होना बहुत जरूरी हैं और पर्यटन उत्तराखंड का सशक्त आर्थिक स्रोत हैं। इसी को देखते हुए सरकार की ओर से बेहतर पर्यटन के लिए योजनाएं बनाई जा रही है। तात्कालिक जरूरतों को प्राथमिकता के क्रम में पूरा किया जा रहा हैं। जबकि आगामी वर्षों के लिए भी नियोजन किया जा रहा हैं।
यातायात को किया जा रहा बेहतर
तल्लीताल डांठ में प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री ने कहा कि नैनीताल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यातायात व्यवस्था को बेहतर किया जा रहा हैं। पुलिस महकमे के माध्यम से ऐसी व्यवस्था की जा रही हैं, जिससे यहां आने वाला पर्यटक अपने आप को सुरक्षित महसूस करें। इसी क्रम में उन्होंने एक महिला पर्यटक द्वारा प्रदेश में आकर रात्रि में साइकिलिंग के बारे में बताया।
रोपवे योजना पर चल रहा कार्य
उन्होंने कहा कि नैनीझील व इसके जलस्रोत के संरक्षण के लिए एसटीपी (स्पेशल कंपोनेंट प्लांट) की जरूरत को समझते हुए उसे स्वीकृति दे दी गई हैं। यातायात समस्या के समधान के लिए काठगोदाम तक रोपवे की भी योजना पर कार्य चल रहा हैं। बीडी पांडे अस्पताल में अत्यधिक लोड के चलते रैमजे अस्पताल को पीपीपी मोड में देने की घोषणा के क्रम में त्वरित पहल की जायेगी।
स्थानीय उत्पाद को दिया जा रहा बढ़ावा: सीएम त्रिवेंद्र
होटलियर्स पर कोरोना के प्रतिकूल प्रभाव पर कहा कि इसे समझते हुए होटलों में फिक्स चार्ज माफ किया गया। होटल के 2.40 लाख कर्मचारियों को 2 हजार रुपये दिए गये। हालांकि यह जरूरत के मुताबिक कम हैं, लेकिन सरकार ने संदेश दिया है कि सरकार उनके साथ हैं। अतिथि देवो भव: के साथ ही स्थानीय उत्पाद व स्थानीय भोजन को बढ़ावा दिया जा रहा हैं।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का एक दिवसीय नैनीताल दौरा, झील संवर्धन कार्यों का किया लोकार्पण
स्थानीय शिल्प को बढ़ावा
उन्होंने कहा कि राज्य में होम स्टे को प्रोत्साहित किया जा रहा हैं। वर्तमान में 2200 होम स्टे संचालित है। इनको और बढ़ावा दिया जायेगा। स्थानीय शिल्प को भी प्रोत्साहित किया जा रहा हैं। स्थानीय शिल्प में बनाये जा रहे भवन को एक और मंजिल बनाने की स्वीकृति दी जा रही हैं।