लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल को भी डेडिकेटेड अस्पताल घोषित कर कोरोना मरीजों का इलाज शुरू करने का निर्देश सीएम ने 15 दिन पहले ही दे दिया था। मगर निर्देश का पालन नहीं हो सका। अस्पताल में सिर्फ 300 बेडों पर ही कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है। अब अस्पताल के नये निदेशक डॉ. एसके पाण्डेय ने कहा कि अगले दो सप्ताह में अस्पताल में कोविड बेड की क्षमता दो गुनी कर दी जाएगी।
जिम्मेदार बोले-
ज्ञात हो कि बलरामपुर अस्पताल में सात सौ से अधिक बेड हैं। अस्पताल में सिर्फ 300 बेड पर ही कोरोना मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। सभी बेड पर ऑक्सीजन भी नहीं है। इससे इलाज में दिक्कतें आ रही हैं।
निदेशक डॉ. एसके पांडे के मुताबिक अगले दो हफ्तों में बेडों की क्षमता दो गुनी की जाएगी। क्रमबद्ध तरीके से बेड बढ़ाने का काम चलेगा। अगले सप्ताह से 200 और बेड पर कोरोना मरीजों की भर्ती शुरू होगी। इसके अगले चरण में 150 फिर बढ़ेंगे। करीब 600 बेडों का कोविड अस्पताल तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा 50 बेडों का आईसीयू वार्ड भी बनेगा। अन्य बेडों पर भी ऑक्सीजन की व्यव्स्था की जाएगी। जिन पर ऑक्सीजन सिलेंडर व ऑक्सीजन कंसनट्रेटर से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। मौजूदा समय में अस्पताल में रोजाना 300 जंबो सिलेंडर की जरूरत पड़ रही है।