नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने ऑनलाइन जन सुविधा केंद्र (सीएससी) के जरिये दी जाने वाली सुविधाएं रोक दी हैं। ईपीएफओ का कहना है कि उसने सीएससी की संवेदनशीलता की जांच लंबित रहने तक इन सेवाओं पर रोक लगाई है। हालांकि ईपीएफओ ने सरकार की वेबसाइट से अंशधारकों के डाटा लीक होने की किसी संभावना को खारिज किया है।
ईपीएफओ का बयान
बता दें कि ईपीएफओ का यह बयान 23 मार्च को ईपीएफओ के केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त वीपी जॉय द्वारा सीएससी के सीईओ दिनेश त्यागी को डाटा चोरी के संबंध में लिखे पत्र के वायरल होने के बाद आया है। पत्र में कहा गया है कि डाटा चोरी हुआ है।
वहीं ईपीएफओ ने सफाई दी है कि अंशधारकों के आधार डाटा चोरी होने की खबरें अफवाह हैं। डाटा या साफ्टवेयर में सेंध लगाने से संबंधित चेतावनी रूटीन प्रक्रिया है। कॉमन सर्विस एरिया के तहत मुहैया कराई जा रही सेवाएं 22 मार्च से बंद हैं। वहां से कुछ डाटा चोरी हुए थे, पर ईपीएफओ के साफ्टवेयर या डाटा सेंटर से नहीं। खबरें आई थीं कि हैकर्स ने इलेक्ट्रानिक्स व आइटी मंत्रलय के तहत आने वाले साझा सेवा केंद्र की वेबसाइट aadhaar.epfoservices.com से डाटा चोरी किया है।