नई दिल्ली। आम बजट के पिटारे से एक के बाद एक योजनाएं लगातार निकलती रही लेकिन सबसे ज्यादा गम्भीर मुद्दा था देश में रोजगार, कृषि और उत्पाद के बढ़ावा देने के लिए इस बार के बजट में क्या खास निकलता है। तो साफतौर पर देखा जाए तो बजट की योजनाओं में कई सौगातों के साथ देश में इस मुद्दों पर कई बड़े ऐलान वित्तमंत्री अरूण जेटली ने किया ।
Employment, agriculture, product, investment and NREGA focused on budget
कृषि को लेकर बड़ा ऐलान
भारत एक बड़ा कृषि प्रधान देश है। इसलिए बजट में खासतौर पर कृषि को लेकर हर साल बड़ी सौगात का इंतजार रहता है। इस बार के बजट में कृषि के साथ गांवों और रोजगार की भी बात ने बजट में सोने में सुहागे का काम किया है। अच्छे मानसून ने कृषि वर्ग में बड़ा ऐलान करने के लिए वित्त मंत्री को बहुत बड़ा सहयोग किया है। जिसके बाद देश की ग्रामीण वर्ग गांवों के साथ वहां पर पलायन को रोकने और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए भी बजट में प्राविधान रखा गया।
क्या-क्या बड़े ऐलान हैं कृषि क्षेत्र के लिए
2017-18 में कृषि विकास दर 4.1 का अनुमान
फसल बीमा अब 30 की बजाय 40 फीसदी होगा
किसानों की आय 5 साल में दोगुनी करने की कोशिश
दालों के उत्पादन में तेजी आएगी
माइक्रो सिंचाई फंड के लिए शुरुआती 5000 करोड़ रुपये का फंड
डेयरी उद्योग के लिए नाबर्ड के जरिये 8 हजार करोड़ रुपये
दुग्ध पैदावार के लिए 300 करोड़ का शुरुआती फंड
एक करोड़ परिवारों के लिए मिशन अंत्योदय
जम्मू-कश्मीर और पूर्वोंत्तर के किसानों को कर्ज में प्रमुखता
ग्रामीण इलाकों के लिए क्या खास निकला पिटारे से
मनरेगा के लिए अब तक का सबसे बड़ा आवंटन, दिए 48 हजार करोड़
10 लाख तलाबों का लक्ष्य पूरा किया जाएगा
पीएम आवास योजना में 23 हजार करोड़ का आवंटन
प्रधानमंत्री अवास योजना के तहत 2019 तक एक करोड़ घर दिए जाएंगे
अगले साल 1 मई तक देश के सभी गांवों तक बिजली पहुंचा दी जाएगी
पीएम ग्राम सड़क योजना के लिए 19 हजार करोड़ रुपये का इंतजाम
दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत 4818 करोड़ रुपये का प्रावधान
रोजगार और उत्पाद को लेकर खुला पिटारा
वित्तमंत्री अरूण जेटली के पिटारे से रोजागर के सृजन को लेकर कई बड़े प्रस्ताव लाये गये हैं। कौशल विकास केन्द्रों के बढावे को लेकर प्रस्ताव के साथ वित्तीय सहायता की बात भी लाई गई है। जीविका प्रोत्साहन के कार्यक्रम के लिए युवाओं को वित्तीय सहायता देने के साथ कई बड़ी घोषणाओं का ऐलान किया है।
क्या है रोजगार के सृजन का विजन
कौशल विकास पर जोर
कौशल केन्द्रों को बढ़ाकर देशभर के 600 जिलों खोलने की योजना
चार हजार करोड़ रुपये का आजीविका प्रोत्साहन कार्यक्रम
देशभर में 100 भारतीय अंतरराष्ट्रीय कौशल केन्द्र स्थापित करने की घोषणा
इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में मनरेगा के मद में भी कई योजनाओं के संचालिक करने का प्रस्ताव भी बजट का हिस्सा रहा है। अब मनरेगा को भी बजट के जरिए हाईटेक बनाने को लेकर सरकार का पूरा जोर है।
क्या है मनरेगा पर नया विजन
मनरेगा में आवंटन से ज्यादा खर्च किया गया
एक करोड़ परिवारों को गरीबी से बाहर लाना है
कॉन्ट्रैक्ट खेती के लिए नया कानून
मनरेगा में अंतरिक्ष विज्ञान की मदद
काम स्पेस टेक्नोलॉजी से जांचा जाएगा
उत्पाद और निर्यात व निवेश पर भी बजट में ही जगह
इसके अलावा उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए भी बजट में खासा प्रावधान रखा गया है । इससे क्योंकि उत्पाद क्षमता और निर्यात के साथ निवेश को लेकर बजट के शुरूआत में भी वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि भारत विश्व का 6वां बड़ा निर्माता है। हमारी अर्थव्यवस्था मंदी के दौर में भी टकी रही है। देश की आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के लिए जीएसटी और नोटबंदी दो बड़े फैसले लिए हैं। इस फैसले के परिणाम दूरगामी होंगे। इसके अलावा देश में विदेशी निवेश बढ़ा है इसके साथ ही हमारी वित्तीय मजबूती भी बढ़ी है। हमारी अर्थव्यवस्था तेजी की तरफ बढ़ रही है।