लखनऊ। कोरोना काल में सरकार की अनदेखी का शिकार हुये कर्मचारी चुनावी दौर में लामबंद हो रहे हैं,अपनी मांगे पूरी कराने के लिए उन्होंने कमर कस ली है। राजधानी के बलरामपुर अस्पताल में आज स्वास्थ्य कर्मियों ने जमकर प्रदर्शन किया। स्वास्थ्यकर्मी पुरानी पेंशन योजना बहाली,रूके हुये भत्ते,वेतन विसंगति दूर करने तथा अस्पतालों में ठेकेदारी व्यवस्था दूर करने समेत कई मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा है।
दरअसल, आज इंडियन पब्लिक सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन यानी की इप्सेफ के बुलावे पर राजधानी समेत विभिन्न जिलों में सभी विभागों के कर्मचारियों ने अपने-अपने कार्यस्थलों पर जमकर प्रदर्शन किया है।
इस दौरान उत्तर प्रदेश राजकीय नर्सेज संघ के महामंत्री अशोक कुमार ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता लुटपिट रही है,एक समय था जब लोहिया में एक रूपये का पर्चा बनता था और इलाज होता था,लेकिन आज 100 रुपये का पर्चा बन रहा है,उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अधिकारी भ्रमित कर रहे हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने कहा की राज्य सरकार ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए जो मानदेय तय किया है,वह न्यूनतम मानदेय भी नहीं है। उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के मानदेय समेत,उनकी नियुक्ति तथा आने वाले समय में सरकारी भर्तियों में उन्हें प्राथमिकता दिये जाने की मांग की गयी थी,जिसकों लेकर शासन स्तर पर वार्ता भी हुयी थी,लेकिन कार्यवाई के नाम पर अभी तक कुछ नहीं हुआ।