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जिला अस्पतालों में खोले जाएंगे इमरजेंसी मेडिकल डिपार्टमेंट -अश्विनी कुमार चौबे

जिला अस्पतालों में इमरजेंसी मेडिकल डिपार्टमेंट खोले जाएंगे- अश्विनी कुमार चौबे

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने आज सुबह बंगलौर में भारतीय इमरजेंसी मेडिसन सोसायटी द्वारा इमरजेंसी मेडिसन जैसे बढ़ते हुए लोक महत्व के विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। चौबे ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि संस्था वर्ष 2000 से लगातार इस सम्मेलन का आयोजन कर रही है, यह बेहद महत्वपूर्ण बात है।

 

जिला अस्पतालों में इमरजेंसी मेडिकल डिपार्टमेंट खोले जाएंगे- अश्विनी कुमार चौबे
जिला अस्पतालों में इमरजेंसी मेडिकल डिपार्टमेंट खोले जाएंगे- अश्विनी कुमार चौबे

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संस्था देश में आपातकालीन स्वास्थ्य देखभाल के लिए वर्ष 1999 से लगातार काम कर रही है। चौबे ने कहा कि भारत सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से तथा अपनी कई केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं के माध्यम से आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत में इमरजेंसी मेडिसन सर्विसेज की।विधिवत शुरुआत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से 2005 में हुई । इस समय देश में 31 राज्यों और यूनियन टेरिटरीज में 108 तथा 102 नंबर डायल कर एंबुलेंस बुलाने की सुविधा है। इस समय राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 102 एवं 108 को मिलाकर 18,583 एंबुलेंस काम कर रही है। इसके अलावा निजी क्षेत्र तथा राज्य सरकारों की भी और एंबुलेंस सेवाएं काम कर रही हैं ।

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मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार जीवन जीने का अधिकार सर्वोच्च है। हेल्थकेयर, विशेष रूप से इमरजेंसी हेल्थकेयर भारत जैसे विश्व के दूसरे विशाल जनसंख्या वाले देश के लिए एक बहुत बडी चुनौती है, परन्तु सरकार अपने नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं, बेहतर जीवनशैली प्रदान करने के लिए कटिबद्ध होकर लगातार काम कर रही है।

भारत में करीब 1,50,785 मौतें सड़क दुर्घटनाओं के कारण होती है

आयुष्मान भारत इसका उत्कृष्ठ उदाहरण है।चौबे  ने कहा कि 1 वर्ष में भारत में करीब 1,50,785 मौतें सड़क दुर्घटनाओं के कारण होती है।डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि भारत में यह चुनौती और भी बढ़ी है क्योंकि जो मौतें होती है वे ज्यादातर 15-49 आयु वर्ग के लोगों की होती है। इस चुनौती से निपटने के लिए भारत सरकार ने एक केंद्रीय योजना बनाई है। जिसके तहत नेशनल हाईवे पर स्थापित सरकारी अस्पतालों में ट्रौमा सेंटर स्थापित करना शामिल है।

अभी तक विभिन्न स्तर के ट्रौमा सेंटर देश में स्थापित किए गए

मंत्री ने कहा कि अभी तक विभिन्न स्तर के ट्रौमा सेंटर देश में स्थापित किए गए हैं और 30 ट्रौमा सेंटर वर्ष 2020 तक देशभर में और स्थापित करने का प्रस्ताव है।चौब ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रत्येक मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में इमरजेंसी मेडिकल डिपार्टमेंट खोले जाएंगे। फलस्वरूप इन योजनाओं और हमारी एंबुलेंस सेवाओं के माध्यम से हम इमरजेंसी मेडिकल सर्विस के क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना शुरू करेंगे।

महेश कुमार यादव

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