गांधीनगर। गुजरात विधानसभा में हुई शर्मनाक घटना के बाद अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने पूरी घटना का गंभीरता से अवलोकन पेश किया। त्रिवेदी ने कहा कि विधानसभा शुरू होने के कुछ मिनट पहले ही सार्जन्ट मेरे पास आकर कहा था कि आज प्रश्नकाल में कुछ विधायक बवाल करने वाले हैं। परंतु बवाल इस हद तक होगा इसका मुझे ख्याल नहीं था। पहले प्रश्न पर 21 मिनट चर्चा हुई और विपक्ष को सबसे ज्यादा सवाल पूछने दिया गया। कांग्रेस के विक्रम माडम बोलना चाहा, तो उन्हें रोक दिया गया। इसके बाद दोनों दलों के विधायक आमने-सामने हो गए और उनके बीच विवाद होने लगा। आज जो घटना घटी है वह तीन विधायकों की सोची-समझी साजिश हो ऐसा प्रतीत होता है।
बता दें कि त्रिवेदी ने कहा कि इन विधायकों की भाषा ठीक नहीं थी। गली-मोहल्ले जैसा बर्ताव था। इस घटना में यह तर्क नहीं उठाया गया कि जगदीश पांचाल को ही क्यों मारा गया। क्यों कि दूसरे किसी को मारने पर यह तथ्य उभरकर सामने आता। माइक फिक्स है। कोई उखाड़ नहीं सकता है पर जिनकी प्रवृत्ति आपराधिक होती है उन्हें पहले से पता होता है कि माइक उखाड़ने के लिए ताकत चाहिए। दुधात दौड़कर माइक उखाड़ लिए। दुधात को मंगलवार को भी सस्पेंड किया गया था। बलदेवजी को 99 बार रोका था। गुंडों जैसा बर्ताव विधायकों ने किया। विधानसभा में बुधवार को कांग्रेस के विधायकों को न बोलने देने के मुद्दे पर विवाद शुरू हुआ। आरोप-प्रत्यारोपके बीच कांग्रेस के दूधात ने माइक से हमला कर दिया।
वहीं उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि गुजरात विधानसभा के इतिहास का सबसे कलंकित दिन है। सिर शर्म से झुक जाता है। प्रताप दुधात के पास कोई कारण नहीं था, वे चित्र में कहीं भी नहीं थे पर क्रोधित होकर माइक उखाड़ते हुए जगदीश पंचाल पर हमला कर दिए। सत्र शुरू हुआ तब से एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जब वे नाराज न हुए हों। मैं कांग्रेस की आलोचना नहीं कर रहा हूं। पर दो-तीन विधायक माहौल बिगाड़ने और विधानसभा को कलंकित करने का प्रयास किया है।
साथ ही उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि गुजरात विधानसभा के इतिहास का सबसे कलंकित दिन है। सिर शर्म से झुक जाता है। प्रताप दुधात के पास कोई कारण नहीं था, वे चित्र में कहीं भी नहीं थे पर क्रोधित होकर माइक उखाड़ते हुए जगदीश पंचाल पर हमला कर दिए। सत्र शुरू हुआ तब से एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जब वे नाराज न हुए हों। मैं कांग्रेस की आलोचना नहीं कर रहा हूं। पर दो-तीन विधायक माहौल बिगाड़ने और विधानसभा को कलंकित करने का प्रयास किया है।