आखिर जिस बात का डर था.. अब वही हो रहा है. रूस ने यूक्रेन के ऊपर सैन्य हमला कर दिया है। जिससे पूरी दुनिया पर इसका असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था की बात की जाए तो युद्ध की शुरुआत के साथ ही उथल-पुथल मच गई है। इसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ने वाला है।
रूस-यूक्रेन से भारत का रिश्ता
रूस-यूक्रेन युद्ध से भारत पर क्या असर पड़ेगा। इसको समझने से पहले यह जानना जरूरी है कि इन दोनों देशों के साथ भारत के कैसे संबंध रहे हैं। आपको बता दें भारत के रूस और यूक्रेन दोनों के साथ व्यापारिक संबंध है। साथ ही भारतीय नागरिक इन दोनों ही देशों में रहते हैं। यूक्रेन में अधिकतर छात्र रहते हैं वहीं रूस में छात्रों के साथ-साथ नौकरीपेशा लोग भी निवास करते हैं। रूस में भारतीय दूतावास से प्राप्त जानकारी के मुताबिक करीब 14000 भारतीय में निवास करते हैं। जिसमें करीब 5000 छात्र शामिल है। वही 500 बिजनेस मेन है। इसके अलावा यूक्रेन में सबसे अधिक मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए भारतीय निवास करते हैं। जिनकी संख्या करीब 18 से 20,000 बताई जा रही है।
तेल की कीमत में भारी उछाल
दोनों देशों के बीच युद्ध का सीधा असर भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा आशंका जाहिर की जा रही है कि तेल की कीमतों में उछाल से भारतीय अर्थव्यवस्था में चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा हो सकती है वही भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बात को पहले ही स्वीकार कर चुकी है इसका सीधे तौर पर व्यापार पर कोई फर्क नहीं होगा। लेकिन वैश्विक तनाव की वजह से तेल की कीमतों और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो सकती है। वहीं कच्चे तेल की कीमत $105 के पार हो चुकी हैं।
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पेट्रोल डीजल की कीमत में बढ़ोतरी की आशंका
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प्राकृतिक गैसों की कीमतों में उछाल की संभावना
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यूरोपीय देशों में बिजली की कीमतों में हो सकता है इजाफा
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वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारी नुकसान की आशंका
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सोने चांदी की कीमतों में आया उछाल
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भारत में महंगा हुआ सोना
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सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में 2 फ़ीसदी की बढ़ोतरी
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खाने-पीने के सामानों में हो सकती है बढ़ोतरी
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गेहूं के दामों में हो सकती है बढ़ोतरी ( रूस गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक)