मेरठ: पंचायत चुनाव का पहला चरण खत्म हो गया है, 15 अप्रैल को 18 जिलों में वोटिंग संपन्न हुई। आगे के लिए नामांकन की प्रक्रिया को शुरु कर दिया गया है। कोरोना महामारी के बीच चुनाव को करवाना एक बड़ी चुनौती बनता दिखाई दे रहा है।
सहायक निर्वाचन अधिकारी कोरोना पॉजिटिव
मेरठ में नामांकन का आखिरी दिन था, भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने कुछ सैंपल भी लिए, जिसमें सहायक निर्वाचन अधिकारी भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्हें एहतियातन अस्पताल भेज दिया गया है।
भारी संख्या में प्रत्याशियों ने भरा पर्चा
मेरठ में नामांकन के लिए प्रत्याशियों की भारी भीड़ दिखाई दी। इस दौरान प्रधान पद के लिए 160 उम्मीदवारों ने अपना पर्चा दाखिल किया। वही ग्राम पंचायत सदस्य के लिए 658, बीडीसी के लिए 167 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई।
राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से पहले ही सभी कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की बात कही गई है। लेकिन मतदान के दौरान भी देखा गया कि कई जगहों पर सारे नियमों को ताक पर रखकर वोट डाले जा रहे थे। लोग एक दूसरे से काफी कम दूरी पर खड़े हुए थे और कुछ लोगों ने मास्क भी नहीं लगा रखा था। ऐसे में पंचायत चुनाव के ऊपर भी अब इस महामारी का असर साफ साफ दिखाई दे रहा है।
29 अप्रैल को है आखिरी चरण की वोटिंग
पंचायत चुनाव कुल 4 चरणों में संपन्न किए जा रहे हैं। पहले चरण का मतदान 15 अप्रैल को हो गया, इसके बाद 19 को दूसरा चरण, 26 और 29 को तीसरे और चौथे चरण की वोटिंग होगी। इस चुनाव की मतगणना 2 मई को होनी है। ऐसे में इस लंबी प्रक्रिया के दौरान संक्रमित होने से बचना मतदाता, मतदान कर्मी और अन्य लोगों के लिए चुनौती होगी।