उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हुई हिंसा की गूंज पंजाब में भी काफी जोर शोर से सुनाई दे रही है। पंजाब में इसको लेकर जगह-जगह पर कांग्रेस और अकाली दल की ओर से प्रदर्शन किए जा रहे हैं। वहीं राज्यपाल आवास के बाहर धरने पर बैठे कांग्रेस नेता सिद्धू को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस हिरासत में नवजोत सिंह सिद्धू
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हुई हिंसा की गूंज पंजाब में भी काफी जोर शोर से सुनाई दे रही है। पंजाब में इसको लेकर जगह-जगह पर कांग्रेस और अकाली दल की ओर से प्रदर्शन किए जा रहे हैं। वहीं राज्यपाल आवास के बाहर पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू धरने पर बैठ गए। जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के विरोध में नवजोत सिंह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ राज्यपाल आवास के बाहर धरना दे रहे थे।
पंजाब में कृषि कानूनों को लागू नहीं होने देंगे- सिद्धू
चंडीगढ़ में राज्यपाल आवास के बाहर धरने के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कृषि कानूनों के विरोध में नारे लगाए और कहा कि वो पंजाब में कृषि कानूनों को लागू नहीं होने देंगे। सिद्धू ने लखीमपुर खीरी के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि पहले केंद्र सरकार शांतीपुर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठियां चला रही थी और अब किसानों का कत्ल कर दिया।
अकाली दल ने पार्टी के कार्यक्रम किए रद्द, बुलाई बैठक
इसी के साथ चंडीगढ़ में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने मंगलवार को जालंधर में पार्टी का कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा की। उन्होंने आगे की कार्रवाई पर फैसला करने के लिए शिअद की शीर्ष निर्णय लेने वाली कोर कमेटी की बैठक कल बुलाई है। बादल ने लखीमपुर केहरी में चार किसानों की हत्या की निंदा की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जिद्दी होने का आरोप लगाया।
किसानों ने किया बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग का घेराव
वहीं पंजाब के किसान लखीमपुर की घटना के बाद से आक्रोश में आ गए हैं। लुधियाना में किसानों ने डीसी दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और अमृतसर में किसानों ने सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग के घर का घेराव किया। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने तमाम लोगों के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
लखीमपुर खीरी में सीआरपीसी की धारा 144 लागू
बता दें कि लखीमपुर में हुई घटना के बाद प्रियंका गांधी लखीमपुर के लिए रवाना हुईं थी और उत्तर प्रदेश प्रशासन ने उन्हें लखीमपुर पहुंचने से पहले ही हिरासत में ले लिया था। लखीमपुर खीरी सीआरपीसी की धारा 144 लागू है। इसके दो या दो से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगी है।