नई दिल्ली। अगर आप के घर में भी बच्चे है तो उनको भी टीवी और लैपटॉप काफी पसंद होगा। क्योंकि बचपन में सबसे ज्यादा एटरैक्टिव चीज बच्चों को टीवी ही लगता है। भले ही आज कल के जमाने में टीवी की जगह लैपटॉप और मोबाइल ने ले ली है। लेकिन खाना खाते समय, या कभी-कभी सोते समय भी बच्चे टीवी देखना पसंद करते है और खेलने के लिए बाहर ना जा कर कम्प्यूटर, लैपटॉप या फोन में गेम खेलना पसंद करते है। लेकिन बच्चों की सेहत पर इससे बुरा असर पड़ता है।
एक शोध से पता चला है की घंटो तक जीवी स्क्रीन के सामने बैठे रहने से उन्हें डायबिटीज हो सकती है। शोध में सामने आए निष्कर्ष से पता चलता है की बच्चों का इस तरह डिजीटल माध्यम की ओर झुकाव उनमें मोटापे का कारण बनता है। इस वजह से बच्चों के शरीर में इंसुलिन नहीं बन पाता। इंसुलिन शरीर का वह हार्मोन होता है जिससे बॉडी का ग्लूकोज लेवल कंट्रोल होता है। यही बच्चों मे डायबिटीज का मुख्य कारण बनता है।
यह रिसर्च लंदन, बरमिंघम और लिसेस्टर के 200 स्कूल के 4500 बच्चों पर की गई। इसके लिए रिसर्चकर्ताओं ने यह पता लगाया की यह बच्चे टीवी, कंप्यूटर और मोबाइल का कितनी देर तक इस्तेमाल करते है।
इसके बाद इन बच्चों का ब्लड फैट, इंसुलिन लेवल, फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज लेवल, ब्लड प्रेशर और बॉडी फैट के बारें में पता किया गया।
इन सब टेस्ट से यह बात सामने आई की डो बच्चे एक घंटे से कम समय के लिए स्क्रीन या टीवी देखते थे उनमें डायबिटीज का खतरा नहीं था। लेकिन जो बच्चे 3 या 3 से ज्यादा घंटे के लिए टीवी देखते थे, उनमें टाइप 2 डायबिटीज के होने का खतरा था।