नई दिल्ली। इस वक्त पूरा देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से झूंज रहा है। सरकार द्वारा लगाए गए 21 दिन के लॉकडाउन के कारण इस वक्त हर कोई अपने घर में कैद है। लेकिन घर में कैद होने से होने वाली बोरडम से बाहर आने का रास्ता निकाल लिया है। लोग घरों में बंद होकर पोर्न देख रहे हैं। अंग्रेजी पोर्न नहीं बल्कि लोग घरों में बंद होकर देसी (भारतीय) पोर्न देख रहे हैं।
बता दें कि सरकार ने 857 पोर्न साइट को बैन कर दिया है लेकिन इसके बावाजूद लोगों का ये हाल है कि वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क सर्विस (वीपीएन), टोर ब्राउसर और मिरर साइट्स का इस्तेमाल कर पोर्न सामग्री तक अपनी पहुंच बना रहे हैं। एक अडल्ट एंटरटेनमेंट साइट एक्स-हेम्सटर द्वारा इकट्ठा किए गए आकंड़ों के मुताबिक फरवरी के मुकाबले भारत में मार्च के महीने में प्रतिदिन 20 प्रतिशत लोगों की पोर्नसाइट देखने में इजाफा हुआ है।
जांच में पता चला कि 93 प्रतिशत वेब पेज ऐसे हैं, जो यूजर्स के डेटा को थर्ड पार्टी संगठनों के लिए ट्रैक और लीक करते हैं। इसके लिए ‘वेबएक्सरे’ नामक एक उपकरण का उपयोग करके 22,484 पोर्न वेबसाइटों को टटोला गया। अपने नमूने में यूजर्स को ट्रैक करने वाली 230 विभिन्न कंपनियों और सेवाओं की पहचान करने वाले शोधकतार्ओं ने कहा, “इन साइटों पर हो रही ट्रैकिंग कुछ प्रमुख कंपनियों द्वारा केंद्रित है।