नई दिल्ली। सीलमपुर में उग्र भीड़ द्वारा किया गया प्रदर्शन और हिंसप झड़पों के बाद दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि ‘गुप्त भीड़’ के चलते मामला ज्यादा बढ़ गया। गौरतलब है कि पुलिस से झड़प के दौरान कम संख्या में दिखने वाले प्रदर्शनकारी अचानक 4,000 से 5,000 में तब्दील हो गये।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को जाफराबाद में संशोधित नागरिकता अधिनियम के खिलाफ दोपहर 2 बजे विरोध प्रदर्शन करना था, लेकिन सीलमपुर बिंदु पर दोपहर 1 से 1.15 बजे के बीच लोग इकट्ठा हुए और पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
एक अधिकारी ने कहा कि, बिना किसी पूर्व सूचना के, एक छिपी हुई भीड़, सीलमपुर की ओर बढ़ गई। इसने 4,000-5,000 लोगों को निगल लिया। वे लगभग 30 मिनट तक शांत रहे। लेकिन इसके बाद वे मामूली झड़पों में शामिल हो गए।
दोपहर में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कई मोटर बाइक को आग लगा दी, और पुलिस कर्मियों पर पथराव किया और पूर्वोत्तर दिल्ली क्षेत्र में बसों और एक पुलिस बूथ को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बैटन चार्ज का सहारा लिया और आंसू गैस के गोले दागे। कम से कम दो इलाकों से धुएं के गुबार उठे क्योंकि लगभग डेढ़ घंटे तक गतिरोध जारी रहा। पुलिस ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में लाया गया है।