प्रयागराज। जनता की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा आए दिन कड़े फैसले लिए जाते हैं। लेकिन सरकार ने जनता की सुरक्षा का जिम्मा पुलिस को दे रखा है। जो जनता की सुरक्षा के वजाय उन पर अत्याचार करती है। पुलिस कभी भी जनता के साथ नर्म रुख नहीं अपनाती है। इन दिनों पुलिस ने अपने अत्याचारों की सीमाएं लांघ चुकी है। प्रशासन जनता और पुलिस के बीच का फर्क भूल चुका है। क्योंकि जब कोई फरयादी अपने शियात लेकर पुलिस के पास जाता है तो वहां उसके साथ दुव्यवहार किया जाता है। उनकी शिकायत को पुलिस द्वारा सुना तक नहीं जाता है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में देखने को मिला है, जहां शिकायत करने पहुंचे फरायदी से डीएसपी ने जूता पॉलिश करवाया। जिसकी सोशल मीडिया पर तस्वीर खूब वायरल हो रही हैं।
पुलिस ने नहीं सुनी फरायदी की समस्या-
बता दें कि आम जनता पुलिस के पास अपनी शिकायत लेकर इसलिए जाती है ताकि उनकी समस्या का समाधान हो सके। लेकिन पुलिस अपना रवैया से बाज नहीं आ रही है। पुलिस के जुल्मों की सीमाएं पार हो रही हैं। जब प्रशासन द्वारा ही जनता के साथ बुरा बर्ताव किया जाता है। तो लोग अपनी समस्या लेकर किसके पास जाएं। यूपी के प्रयागराज जिले में पुलिस के एक अधिकारी का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंचे फरियादी से जूता पॉलिश करवाया गया है। मामला नैनी थाना का है। फरियादी से जूता पॉलिश कराने वाले डिप्टी एसपी शुभम तोड़ी हैं। डीएसपी साहब नैनी थाना कैंपस में व्यापारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इसी दौरान जियालाल नाम का शख्स अपनी फरियाद लेकर पहुंचा था। जियालाल फुटपाथ पर जूते की मरम्मत और पॉलिश का काम करता है। जियालाल ने बताया कि कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट कर उससे आठ सौ रुपये छीन लिये थे। जियालाल इसी शिकायत को लेकर थाने पहुंचा था।