नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने पीएम नरेन्द्र मोदी के मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाते हुए मिसाइल बनाने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन को लगभग 18000 करोड़ रुपये का ठेका दिया हैं।
सरकारी सूत्रों के अनुसार रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने विदेशी मिसाइल सिस्टम को तरजीह न देते हुए जमीन से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल को चुना।
सेना के सूत्रों के अनुसार, इन मिसाइलों को पाकिस्तान और चीन सीमा पर तैनात किया जाएगा। युद्ध जैसी स्थिति में इन मिसाइलों का इस्तेमाल दुश्मनों के लड़ाकू विमानों और ड्रोन के खिलाफ किया जाएगा।
मिसाइलों के इस ठेके के लिए इजरायल, स्वीडन और रूस 2011 से ही प्रयासरत थे लेकिन सरकार ने इसके लिए डीआरडीओ को चुना।
गौरतलब है कि आकाश मिसाइल 25 किलोमीटर की दूरी से शत्रु के विमान, हेलीकॉप्टर और ड्रोन को मारन गिराने में सक्षम है।