लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई के क्लीनिकल हेमटोलॉज़ी विभाग की प्रमुख एवं सीएमएस प्रो. सोनिया नित्यानंद को डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का निदेशक बनाया गया है। लम्बे समय से कार्यवाहक निदेशक के भरोसे चल रहे लोहिया संसथान को आखिरकार निदेशक मिल ही गया इस पर लोहिया संसथान की नव नियुक्त निदेशक प्रो. सोनिया नित्यानंद से बातचीत की
पीजीआई को देश के बड़े संस्थानों में शामिल करना उनका लक्ष्य-प्रो सोनिया नित्यानंद
प्रो सोनिया नित्यानंद ने कहा कि संस्थान देश के बड़े संस्थानों में शामिल करना उनका लक्ष्य होगा। हमारी पूरी कोशिश होगी कि किसी भी मरीज को यहां से निराश ना जाना पड़े। अति विशिष्ट सेवाओं के अलावा सामान्य बीमारी का भी इलाज आम जनमानस को मिले। इसके लिए संकाय सदस्य पैरामेडिकल स्टाफ सहित हर कर्मचारी का सहयोग हर स्तर पर लेने के लिए हर संभव कोशिश होगी। प्रो. सोनिया ने कहा कि अकेला निदेशक कुछ नहीं कर सकता है जब तक उसको एक सफाई कर्मचारी से लेकर फैकेल्टी मेंबर तक का बराबर सहयोग ना मिले। किसी भी संस्थान के प्रगत में सबकी भागीदारी के द्वारा ही संभव है। बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के साथ उसी अनुपात में संकाय सदस्य पैरामेडिकल स्टाफ जिसमें नर्सेज लैब टेक्नीशियन सहित अन्य स्टाफ को भी बढ़ाया जाएगा। कार्यभार संभालने के बाद देखेंगे कि कहां पर कैसे और सुधार की जरूरत है।
प्रो सोनिया की नियुक्ति कार्य भार ग्रहण करने की तिथि से पांच वर्ष अथवा 65 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक जो भी पहले हो, के लिए की गई है। इस समय लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान निदेशक का कार्यभार अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ एके सिंह देख रहे हैं।