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आइए जानें विहिप के नये अध्यक्ष पद्मश्री डा. रविंद्र नारायण सिंह के बारे में

पद्मश्री डॉक्टर रविंद्र नारायण सिंह बने विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष

लखनऊ। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित मानव रचना एजुकेशनल संस्थान में आयोजित विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय बैठक में पटना निवासी पदमश्री डॉ रविंद्र नारायण सिंह को विश्व हिंदू परिषद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। रविंद्र सिंह अभी तक विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष थे। वहीं संघ के वरिष्ठ प्रचारक मिलिंद परांडे को दोबारा विश्व हिंदू परिषद का महामंत्री बनाया गया है आप छोटे है। इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगन्नाथ शाही को केंद्रीय सत्संग और धर्माचार्य प्रमुख बनाया गया है।

अम्बरीश सिंह को केंद्रीय सह मंत्री बनाया गया

अभी तक पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संगठन मंत्री रहे अम्बरीश सिंह को केंद्रीय सह मंत्री बनाया गया है। उनके पास विशेष संपर्क प्रमुख की जिम्मेदारी रहेगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र शारीरिक शिक्षण प्रमुख रहे गजेंद्र सिंह को उनके स्थान पर पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र का संगठन मंत्री बनाया गया है।

बैठक में मतांतरण के विरुद्ध कानून बनाने और मठ मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त दिलाने को लेकर चर्चा की जाएगी।

बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैया जी जोशी, विहिप के पूर्व अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे, विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार, उपाध्यक्ष गंगराजू, ओमप्रकाश सिंहल, हुकुम चंद्र सावला तथा कोषाध्यक्ष सहित सभी केंद्रीय औषधीय पदाधिकारी कोविड-19 पालन करते हुए बैठक में उपस्थित हैं। शेष अन्य पदाधिकारी ऑनलाइन माध्यम से बैठक में भाग ले रहे हैं। यह बैठक हर समाज में बुलाई जाती है।

आइए जानें कौन हैं विहिप के नवनियुक्त अध्यक्ष
पद्म श्री डॉक्टर रविंद्र नारायण सिंह देश के प्रख्यात हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं। पटना में समाज सेवा के क्षेत्र में उनका बड़ा नाम है। उन्होंने औलाद और नेत्रहीन बच्चों की शिक्षा के लिए काफी काम किया है। वह मूल रूप से बिहार के सहरसा जिले के गोलमा निवासी हैं।

डॉ आरएन सिंह ने 1970 में पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। 1976 में इंग्लैंड स्थित क्वीन मेडिकल कॉलेज से हड्डी रोग विभाग से एम. एस. करने के उपरांत वहीं पर मेडिकल कॉलेज के शरीर इतना विभाग में काम किया। डा. रवीन्द्र सिंह ने 1978 में रॉयल कालेज एडिनबर्ग पहुंची और यहां की डिग्री अपने नाम की। रविंद्र नारायण सिंह ने 1981 में इंग्लैंड के लिवरपूल यूनिवर्सिटी से ऑर्थोपेडिक्स में एमसीएच की डिग्री हासिल की। 1983 में वह भारत लौट आए। पटना आकर इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी से जुड़कर मरीजों का निशुल्क इलाज करना शुरू किया। 2009 में बिहार के राज्यपाल आर एल भाटिया ने उन्हें स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया। मार्च 2010 में भारत की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के हाथों इन्हें पदम श्री की उपाधि से सम्मानित किया गया। डॉ आर्यन सिंह रोटरी क्लब के भी अध्यक्ष रहे हैं। पटना स्थित राधावल्लभ हेल्थ केयर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के वह चेयरमैन हैं।
उनके पुत्र आशीष ने भी नागपुर से एमबीबीएस किया है।

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