नई दिल्ली। आतंक का सीधा संबंध पाकिस्तान से है लेकिन पाकिस्तान इस बात को मानने साफ इनकार करता है। लेकिन हाल में पाकिस्तान के लाहौर में स्थित जमात उद दावा के हेडक्वार्टर का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें साफ पता चल रहा है कि कैसे इस संगठन का आंतकी सरगना हाफिज सईद लाहौर में बैठकर कश्मीर घाटी में आतंकी साजिश को अंजाम ही नहीं बल्कि पूरे ऑपरेशन को गाइड कर रहा है। इसके साथ इस पूरे ऑपरेशन की लाइव कमेंट्री लोगों को सुना रहा है।
विडियो में आतंकी हाफिज सईद का रिश्तेदार हाफिज अब्दुल रहमान मक्की बैठा दिख रहा है। जो लगातार बीते शनिवार को पंथा चौक में सीआरपीएफ की टुकड़ी के हमलावरों को गाइड कर रहा है। इसके साथ ही सुरक्षाबलों और डीपीएस स्कूल में छिपे आंतकियों की मुठभेड़ की लाइव कमेंट्री कर लोगों को सुना रहा है। ये शख्स सैकडों लोगों की मौजूदगी में इन आंतकियों को लगातार सुरक्षाबलों पर कार्रवाई के लिए उकसा रहा है। इसके साथ ही वहां लोगों को बता रहा है कि कैसे ये लश्कर के मुजाहिद्दीनों और भारतीय सेना के बीच से ऑपरेशन चल रहा है।
अब इस वीडियो के आने के बाद आतंकी सरगना हाजिफ सईद के संगठन जमाते उद दावा के खिलाफ भारत के पास एक और पुख्ता सबूत हो गया है। ये संगठन और इसका सरगना दोनों ही भारत में हो रही आतंकी घटनाओं के लिए जिम्मेदार है। इसी आंतकी को लेकर भारत ने इस पर प्रतिबंध के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ में अपील की थी जिसको चीन ने वोटो पावर का प्रयोग कर खारिज करा दिया था। इसके बाद से भारत और चीन के रिश्तों में दूरियां आ गई थीं। हांलाकि अब इस विडियो के बाद एक बार फिर भारत शायद पाकिस्तान में स्थित इस संगठन और इसके आका को लेकर संयुक्त राष्ट्र में इसे प्रतिबंधित करने की अपील कर सकता है।
इन दिनों वैसे भी कश्मीर घाटी आतंकियों की मार से सुलग रही है। बीते साल से ही घाटी में तनाव की स्थिति बनी हुई है। बानी के मारे जाने के बाद से लश्कर और हिजबुल के कई बड़े आंतकी ढेर हुए है। इन आंतकियों की मदद के लिए घाटी की आवाम अब पत्थरबाजों की शक्ल में सामने आती है। केवल नोटबंदी के बाद से कुछ दिनों तक घाटी में पत्थरबाजी बंद हो गई थी। लेकिन इसके बाद अब फिर से सुरक्षाबलों और जवानों पर ये पत्थरबाज पत्थरों से हमला कर रहे हैं।
हाल में ही कश्मीर में पत्थरबाजी और हो रही आतंकी हरकतों के लिए आईएसआई के जरिए ये संगठन यहां बैठे हुर्रियत नेताओं को फंडिंग करते हैं। इस बात का भी खुलासा हुआ है जिसके बाद इस पूरे मामले की जान एनआईए की टीम कर रही है। एनआईए की टीम इस जांच के लिए कश्मीर भी आई थी जहां उसने हुर्रियत नेताओं से पूछताछ भी की थी। इसके बाद उसने इन नेताओं की दिल्ली भी तलब किया है। इसके साथ ही इनके बैकों की डीटेल की खंगाली जा रही है।