आजकल लोगों में बढ़ती स्मार्टफोन की लोकप्रियताक के चलते लोग इसे छोड़ते ही नहीं हैं। हर वक्त फोन को अपने साथ ही रखते हैं। इतना ही नहीं रात को सोते समय भी फोन अपने सिराहने रखकर सोते हैं या फिर रात को सोने से पहले फोन यूज जरूर करते हैं। कई बार तो लोग सोनो से पहले अंधेरे में भी फोन का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके कई दुष्परिणाम हो सकते हैं।
रात में सोने से पहले मोबाइल का इस्तेमाल करने से बॉडीमें मेलाटोनिन हॉर्मोन का लेवल कम होने लगता है। दिसके कारण नींद देर से आने की प्रॉब्लम हो जाती है।
मेलाटोनिन हॉर्मोन का लेवल कम होने से स्ट्रेस लेवल भी बढ़ता है।
देर रात मोबाइल का इस्तेमाल करने से ब्रेन ट्यूमर का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही इससे मेमोरी भी कम होने लगती है।
देर रात मोबाइल का इस्तेमाल करने से ब्रेन तक सिग्नल ले जाने वाली ऑप्टिक तंत्रिका पर बुरा असर पड़ता है जिससे काले मोतिया की बीमारी हो सकती है।
अमेरिकन मस्कुलर डिजनरेशन फाउंडेशन की रिसर्च के मुताबिक अगर आप रोज अंधेरे में 30 मिनट भी स्मार्टफोन की स्क्रीन पर काम करते हैं तो इससे आपकी आंखें ड्राय होने लगती हैं। जिसका रेटीना पर बहुत बुरा असर पड़ता है। अगर लंबे समय तक आपने यही रूटीन रखा तो इससे आपकी आंखों की रोशनी भी जा सकती है।
इसी तरह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ वरसेस्टर, इंग्लैंड की रिसर्च से सामने आया है कि अंधेरे में स्मार्टफोन यूज आपकी आंखों के लिए बहुत घातक सिद्ध हो सकता है। और अगर सही समय रहते सावधानियां न बरती जाएं तो इसका बुरा असर सिर्फ आंखों पर ही नहीं पड़ता, बल्कि बॉडी के अन्य कई हिस्सों पर भी बुरा असर पड़ने लगता है।