लद्दाख सीमा को लेकर चीन और भारत के बीच लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। चीन की तरफ से लगातार सैन्य ताकत दिखाकर भारत को दबाने की कोशिश की जा रही है। तो वहीं भारत ने भी चीन से निबटने के लिए कमर कस ली है।
सीमा पर लागातार विवाद के चलते अब अमेरिका की तरफ से बड़ा बयान आया है।
आपको बता दें, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मामले को सुलझाने के लिए मध्यस्थता करने की पेशकश की है।
वैसे बुधवार को चीन ने भी अपने रुख में बदलाव का संकेत दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत के साथ सीमा पर उत्पन्न तनाव को स्थिर व नियंत्रण में बताया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार भारतीय समयानुसार शाम तकरबीन पांच बजे यह ट्वीट किया है कि हमने भारत व चीन को यह सूचित किया है कि अमेरिका उनके सीमा विवाद को सुलझाने व उसमें मध्यस्थता करने के लिए तैयार है व सक्षम है।
भारत व चीन के बीच सीमा विवाद पर पहली बार अमेरिका या किसी दूसरे देश ने टिप्पणी की है।
बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से बयान देना ही मामले की गंभीरता को बता रहा है।
क्योंकि अमेरिका का भी चीन से विवाद चल रहा है। इस बीच चीन भारत पर दबाब बनाने की कोशिश कर रहा है।
तो वहीं इस मामले पर चीन का कहना है कि, लद्दाख की सीमा पर भारत और उसके बीच सब समान्य चल रहा है। ऐसे में अमेरिका का बयान चीन पर दबाब बन सकता है। क्योंकि चीन दुनिया के सामने चीजों को छिपा रहा है।
आपको बता दें, चीन के सैनिकों ने भारत से सटे सीमावर्ती इलाको में कम से कम तीन स्थानों पर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की है।
पूर्वी लद्दाख के एक इलाके में उनके पांच हजार सैनिक भारतीय सीमा में अस्थाई कैंप बना कर रह रहे हैं।
भारत ने इस चुनौती को देखते हुए वहां ज्यादा फौज तैनात करने शुरू कर दिये हैं। जिसको लेकर चीन ने भी अपनी सैन्य शक्ति बढ़ा दी है। और अब भआरत पर दबाब बनाने की कोशिश कर रहा है।