नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने युद्धग्रस्त सीरिया से सैनिकों को वापस बुलाने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि अमेरिका दुनिया की रखवाली का ठेका नहीं ले सकता। उन्होंने दूसरे देशों से भी जिम्मेदारियां बांटने के लिए कहा। उन्होंने इराक की अपनी अघोषित पहली यात्रा के दौरान यह टिप्पणी की। राष्ट्रपति ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया क्रिसमस की रात गुपचुप वॉशिंगटन से रवाना हुए और इराक में तैनात अमेरिकी सैनिकों को छुट्टी की बधाई देने बुधवार को वहां पहुंचे। वाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने ट्वीट कर कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप और प्रथम महिला हमारे सैनिकों तथा वरिष्ठ सैन्य नेतृत्व से मुलाकात करने क्रिसमस की देर रात इराक गए। वे उन्हें उनकी सेवा, सफलता तथा बलिदान के लिए शुक्रिया अदा करना चाहते थे और क्रिसमस की बधाई देना चाहते थे।
बता दें कि ट्रंप ने बगदाद के पश्चिम में स्थित एक एअर बेस पर अमेरिका के विशेष अभियान बलों के 100 सैनिकों के समूह को संबोधित किया जहां उन्होंने सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाए जाने के अपने फैसले का बचाव किया। अमेरिकी सैनिकों को संबोधित करने के तुरंत बाद ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, ‘अमेरिका लगातार दुनिया की रखवाली का ठेका नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि अमेरिका आईएस और सीरिया के खिलाफ अभियानों के लिए इराक को क्षेत्रीय लॉन्चिंग पैड के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है। ट्रंप ने कहा कि अगर अमेरिका पर कोई और आतंकवादी हमला हुआ तो इसका करारा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने सैनिकों से कहा, ‘अगर कुछ भी होता है तो जिम्मेदार लोगों को ऐसे परिणाम भुगतने पड़ेंगे जो कभी किसी ने नहीं भुगते होंगे।