करीब दो महीने से भारत और चीन के बीच में चले आ रहे डोकलाम विवाद को बातचीत के माध्यम से सुलझा लिया गया है। डोकलाम विवाद का सुलझना भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है। लेकिन चीनी विदेश मंत्री के बयान के बाद तो लग रहा है कि अभी भी चीन के तेवर डोकलाम विवाद को लेकर तीखे हो रखे हैं। चीनी विदेश मंत्री वांग यी के अनुसार डोकलाम विवाद भारत की तरफ से सैनिकों को पीछे हटाने के बाद समाप्त हुआ है।
चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि डोकलाम से भारत को सबक लेने की जरूरत है। चीन के अनुसार भारत के यह सुनिश्चित करना होगा की ऐसा विवाद फिर से ना हो। विदेश मंत्री के अनुसार मीडिया चाहे कुछ भी दिखाए लेकिन 28 अगस्त को भारत द्वारा सेना पीछे हटाने के बाद दोनों देशों के बीच गतिरोध थमा था। उन्होंने कहा है कि चीन को पूरी उम्मीद है कि डोकलाम के बाद भारत ऐसी गलती फिर नहीं करेगा।
जानकारी अनुसार जिस क्षेत्र को चीन अपना बताने में लगा हुआ था वह भुटान का है। चीन इस इलाके में सड़क निर्माण कर रहा था। भारत की तरफ से चीन द्वारा सड़क निर्माण करने पर एतराज जताया गया था क्योंकि भारत को लगता है कि इससे पूर्वोत्तर राज्यों की सुरक्षा को खतरा आ सकता है। आपको बता दें कि लंबे वक्त से डोकलाम को लेकर गतिरोध जारी था। गतिरोध के चलते दोनों देशों की सेना आमने-सामने थीं। लगातार चीन डोकलाम को लेकर भारत पर घुड़की दे रहा था। डोकलाम को चीन अपना हिस्सा बता रहा था। लेकिन भारत ने डोकलाम से सेनाएं हटाने से साफ इनकार कर दिया था। लेकिन 2 महीने से ज्यादा चले गतिरोध के बाद आखिरकार चीन पर भारत की एक बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है।