कोरोना के इस काल ने ना जाने कितने अपनों को हमसे छीन लिया। हर तरफ गम और बेबसी का माहौल है। इन्ही सबके बीच IMA के पूर्व प्रेसिडेंट और पद्मश्री डॉक्टर केके अग्रवाल का बीती रात 11.30 बजे निधन हो गया। जिसके बाद से हर किसी के दिल में उनके खोने का गम है। दिल के इस डॉक्टर ने 62 साल की उम्र तक न सिर्फ मरीजों का इलाज किया, बल्कि लाखों दिलों को जीता भी।
ऑक्सीजन ट्यूब लगाकर भी करते रहे इलाज
कोरोना के इस काल में जब लाखों डॉक्टरों के लिए विदेशों में मोटी कमाई के तमाम रास्ते खुले हैं। ऐसे समय में डॉक्टर केके अग्रवाल का अपने देश के लिए जज्बा साफ नजर आ रहा था। वो बिना किसी लालच के कोरोना के इस काल में लोगों के मुफ्त इलाज में जुटे रहे। यही नहीं कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी उन्होंने अपना ध्येय नहीं छोड़ा। वो जबतक रहे नाक में ऑक्सीजन ट्यूब लगाए मरीजों की सेवा में जुटे रहे। इस वीडियो में भी आप देख सकते हैं कि कैसे रोहित सरदाना के निधन पर डॉक्टर केके अग्रवाल लोगों को सुझाव देते दिख रहे हैं।
कौन थे डॉक्टर केके अग्रवाल ?
केके अग्रवाल ने 1979 में नागपुर यूनिवर्सिटी से MBBS की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद इसी विश्वविद्यालय से 1983 में MS की डिग्री हासिल की। डॉक्टर केके अग्रवाल हार्ट केयर फाउंडेशन के प्रेसिडेंट थे। और इससे पहले वो IMA के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वहीं साल 2010 में भारत सरकार की तरफ से उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।