हर इंसान को अच्छा और आकर्षक दिखने का शौक होता है और प्रत्येक इंसान को आकर्षक बनाने में कपड़े अहम रोल निभाते हैं।
यही कारण है कि, सदियों से मानव जाति के द्वारा कपड़ों का इस्तेमाल किया जा रहा है और खास तौर पर निजि अंगों को ढकने वाले कपड़ो का जिन्हें हम अंडरवियर के नाम से जानते हैं।पुराने समय में चमड़े या फिर पत्तों के कपड़े बनाये जाते थे। जिन्हें पहनने का एक मात्र उद्देश्य नीजि अंगों की सुरक्षा करना होता था।
लेकिन जैसे-जैसे समय बदलता गया वैसे-वैसे अंडरवियर भी बदलते चले गये।क्योंकि आपके ऊपरी कपड़े ही आपके आकर्षक का केंद्र नही होते बल्कि कपड़ों के नीचे पहने जाने वाले अंतर्वस्त्रों का भी आकर्षक बनाने में काफ़ी रोल होता है।
आपको जानकर हैरानी होगी, कि आज के मॉर्डन टाइम में स्टेट्स बाहर के नहीं बल्कि अंधरूनी कपड़ों को देखकर जांचा जाता है। इसीलिए ये हमारे कल्चर का एक अहम हिस्सा भी बन चुके हैं।
आदमी हो या औरत दोनो के लिए अंडरवियर एक अहम जरूरत बन चुके हैं। इसलिए महिलाओं के लिए उनकी सुविधा अनुसार ब्रा और पेंटी को डिजाइन किया जाता है तो वहीं पुरूषों को उनके शरीर के डिजाइन को देखते हुए बनाया जाता है।
अंडरवियर का नाम आते ही काफी लोगों के मन में ब्रा,पेंटी , कच्छा,नेकर जैसी चीजें चलने लगती हैं और इज्जत का ख्याल आने लगता है। लेकिन कभी आपने इसका इतिहास सोचा है कि आखिर कैसे शुरुआत हुई होगी इसे पहनने की।
आज हम आपको बताते है की आखिर कैसे शुरुआत हुई थी अंडर वियर पहनने की और ये महिलाओं और पुरूषों के लिए क्यों जरूरी बन गये।
आपको जानकर हैरानी होगी कि, लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय में अंडरवियर के इतिहास पर एक प्रदर्शनी लगाई गई।
यह शो 1700 के दशक से पश्चिमी दुनिया में अंडरगारमेंट्स में हुए बदलावो को दिखाता है कि, किस तरह वक्त के साथ अंडरवियर के डिजाईन बदलते गये। अंडरवियर का अविष्कार आज से 7 हजार साल पहले ही हो चुका था। ये सुनकर तो शायद आप भी हैरान हो गए होंगे लेकिन ये सच है। 7 हजार साल पहले लोग अंडरवियर के रूप में चमड़े के पट्टे का प्रयोग करते थे। चमड़े के पट्टे को लेकर लोग इसे उनके पैरों के बीच में से निकालकर बांध लेते थे।वे लोग ऐसा इसलिए करते थे ताकि उन्हें भागने में किसी भी तरह की परेशानी ना हो।
उस समय अंडर वियर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल योद्धाओं द्वारा युद्ध के समय में किया जाता था। इस समय से ही अंडरवियर को अपनी एक खास पहचान मिली थी।
वक्त के साथ-साथ अंडरवियर की डिजाइन में भी बदलाव होने लगे और इनका आकार धीरे-धीरे टाइट और छोटा हो गया।तो वहीं महिलाओं के लिए ये सुविधा की चीज के साथ-साथ अपनी अंदरूनी खूबसूरती दिखाने का एक अच्छा कपड़ा बन गया।आज अंडरवियर सिर्फ अंधरूनी कपड़े नहीं बल्कि खूबसूरती को दिखाने और कामोत्तेजना बढ़ाने के साधन बन चुके हैं।
यही कारण है कि, दुनिया में कई तरह के अंडरवियर डिजाइन किए जा रहे हैं। जिनकी किमत बाहर पहनने वाले कपड़ों से भी ज्यादा है।
इसलिए अंडरवियर का इतिहास जानना बेहद जरूरी बन जाता है। क्योंकि अंडरवियर हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुके हैं।
अंडरवियर में हार्ड कैप सपोर्ट जैसी सुविधा देने वाली पहली कंपनी ‘Guelph Elastic Hosiery’ थी, जो एक कैनेजियन कंपनी थी।
लेकिन अब आप अलग-अलग कंपनी के अंडर वियर इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे कि, जॉकी, रूपा, अमूल मैचो आदि। इन कंपनियों के द्वारा महिलाओं और पुरूष दोनों के ही अंडर वियर बनाए जाते हैं। इसलिए हो सके तो अच्छी ही कंपनी के अंडर वियर पहनें इन्हें पहनने से निजि अंग की सुरक्षा भी होती है वो उठने-बैठने में भी कोई परेशानी नहीं होती।
पुरुषों के लिए सबसे अच्छा अंडरवियर चुनना कतई मुश्किल काम नहीं है! बाजार में विभिन्न प्रकार के अंडरवियर उपलब्ध हैं, बस आपको पता होना चाहिए कौन सा आपके लिए सही है।
ब्रीफ्स-ज्यादातर युवा पुरुष आमतौर पर इस अंडरवियर को पहनना पसंद करते हैं। यह अंडरवियर किसी भी अवसर पर पहनी जा सकती हैं।
इससे भी महत्वपूर्ण बात ये विभिन्न डिजाइन और रंगों में उपलब्ध होते हैं! ये आपके निजी अंगों को पूर्ण सहारा देते हैं! और आपको चुस्त-दुरुस्त महसूस करवाते हैं! आजकल ये सभी पुरुषों के द्वारा पहना जाने वाला और पसन्द किया जाने वाला अंडरवियर हैं।
महिलाओं पर अंडरवियर का असर उनके हेल्थ पर सीधा पड़ता है। त्वचा से लेकर वजाइनल इंफेक्शन की समस्या का मुख्य कारण कई बार महिलाओं का अंडरवियर ही होता है। महिलाओं में स्किन इंफेक्शन की वजह भी उनका अंडरवियर ही बनता है। यूरिन इंफेक्शन और यूटीआई की समस्या भी कई बार महिलाओं को अंडरवियर की वजह से हो जाती है।
इसलिए महिलाओं को बॉडी फिट अंडर वियर पहनना चाहिए और हो सके तो कॉटन या फिर जॉकी कंपनी की ब्रा पेंटी पहन सकती हैं।