लखनऊ। महापौर संयुक्ता भाटिया ने शवों को नदियों ने प्रवाहित करने से रोकने के लिए समिति बनाई है। साथ ही ऑनलाइन बैठक कर जागरूकता अभियान चलाने, निगरानी करने और व्यवस्था बनाने के भी निर्देश दिए हैं।
16 सदस्यीय समिति की महापौर संयुक्ता भाटिया अध्यक्ष रहेंगी, नगर आयुक्त को संयोजक-सचिव, रजनीश गुप्ता (उपाध्यक्ष कार्यकारिणी समिति), महेश वर्मा (मुख्य अभियंता सिविल)/ राम नगीना त्रिपाठी (मुख्य अभियंता,वि०यां०, डॉ० सुनील रावत(नगर स्वास्थ्य अधिकारी), शिवपाल सवारियां, अन्नू मिश्रा, पृथ्वी गुप्ता, रेखा रौशनी, रानी कन्नौजिया, सादिया रफीक, नीरज यादव, वीना रावत, मिथलेश चौहान, मनोज अवस्थी को सदस्य के रूप में नामित किया गया है।
बैठक में महापौर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि मुख्यमंत्री लगातार प्रदेश में कोरोना से जनता को बचाने के लिए लगातर सक्रियता से कार्य कर रहे हैं। उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि कोरोना माहमारी में पहले से हालात बहुत बेहतर हुए हैं। कोरोना के संक्रमण की दर कम हो रही है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की हमसे अपेक्षा है कि लखनऊ में इस तरह से कोई भी शव नदी में न प्रवाहित किया जाए। हालांकि लखनऊ में हमारे यहाँ ऐसा कोई भी प्रकरण नहीं हुआ है। कोविड माहमारी के समय शासनादेश आने से पूर्व ही लखनऊ नगर निगम द्वारा निःशुक्ल शवों की अंत्येष्टि कराई जा रही है।
महापौर ने कहा कि लखनऊ में नगर आयुक्त के नेतृत्व में नगर निगम की टीम ने ऐसे कठिन समय पर श्मशान घाट पर मोर्चा संभालकर समय-समय पर जैसी आवश्यकता पड़ती गयी, उसी अनुरूप अपने संसाधनों को बढ़ाते हुए पूरी तत्परता दिखाते हुए आवश्यकताओं को पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु मेरे द्वारा निरंतर समीक्षा करते हुए आवश्यकतानुसार आवश्यक निर्देश दिए जाते रहे हैं ।
संयुक्ता भाटिया ने आगे कहा कि यही कारण रहा है कि लखनऊ में एक भी शव नदी में प्रवाहित नही हुआ, और आगे भी न हो इसके लिए हमे तैयारियां और व्यवस्थाएं करते हुए जागरूकता अभियान चलाना है और निगरानी करनी है।
महापौर ने बताया कि कोई भी शव नदी में प्रवाहित न किये जायें इसके लिए हर विधानसभा और जोन वार जागरूकता अभियान की योजना बनाकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, ताकि जनता को यह जानकारी में रहे कि कोरोना के मृतकों की अंत्येष्टि नगर निगम द्वारा निःशुक्ल कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि लकड़ी का शुल्क भी नगर निगम स्वयं वहन कर रहा है। साथ ही यह समिति श्मशान घाटों, कब्रिस्तानों सहित समस्त अंत्येष्ठि स्थलों में व्यवस्थओं की निगरानी और सुधार के लिए भी अपनी सेवाएं प्रदान करेगी।
पार्षद एवं समिति के सदस्य अनुराग मिश्रा ने कहा कि गुलाला घाट पर अच्छा कार्य हुआ है, व्यवस्थाएं पहले से बेहतर हुई हैं। कोविड काल में महापौर द्वारा समस्त स्टाफ और परिवारीनों के कोरोना संक्रमित होते हुए भी जिस तरह से नगर आयुक्त और नगर निगम की टीम और पार्षदों को फ़ोन द्वारा, ऑनलाइन बैठक के द्वारा निरंतर कार्य करने हुए निर्देश दिए जाते रहे और उसकी मोनिटरिंग की जाती रही है, उससे व्यवस्थाएं ठीक बनी रहीं।
समिति के सदस्य और उपाध्यक्ष रजनीश गुप्ता व मिथलेश चौहान ने छोटे-छोटे श्मशान घाटों पर नगर निगम के कर्मचारियों की तैनाती करने के लिए कहा। जिसपर महापौर ने नगर आयुक्त को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।