गरीब बच्चों के अच्छे दिन लाने के लिए योगी सरकार ने अभ्युदय योजना शुरू की है। अब हर जिलें में डीएम-एसएसपी समेत तमाम अफसर गरीब बच्चों को पढ़ाएंगे। उन्हें बताएंगे कि जिंदगी में कामयाब कैसे बना जाता है।
लखनऊ। गरीब बच्चों की जिंदगी बदलने के लिए योगी सरकार ने अभ्युदय योजना शुरू की है। अब हर जिले के अधिकारी अपने जिले के गरीब बच्चों को पढ़ाएंगे। स्कूलों में कक्षाएं लेने के साथ ही अफसर उन बच्चों का मार्गदर्शन भी करेंगे जो जीवन में कुछ करना चाहते हैं।
सरकार ने कहा है कि सभी आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, पीसीएस और राज्य स्तरीय अधिकारियों को अभ्यर्थियों की मेंटरशिप का काम करना होगा। उनके समर्पित भाव से किए गए काम को वार्षिक गोपनीय प्रविष्टि (एसीआर) में ‘विशिष्ट प्रविष्टि’ के रूप में दर्ज किया जाएगा।
गरीब बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग वाली इस योजना का पंजीकरण 10 फरवरी से शुरू होगा, जबकि योजना का शुभारंभ बसंत पंचमी यानी 16 फरवरी को होगा।मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव आरके तिवारी ने ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’ के संचालन संबंधी आदेश जारी कर दिए हैं।
बसंत पंचमी से हर मंडल मुख्यालय पर एक मुफ्त प्रशिक्षण केंद्र कमिश्नर की अध्यक्षता में चलाया जाएगा। अगले चरण में इसे हर जिले में शुरू किया जाएगा। इसमें संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाएं, उप्र लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, अन्य भर्ती बोर्ड व संस्थाओं द्वारा आयोजित परीक्षाओं की तैयारियां कराई जाएंगी।
यह होगा फायदा
सरकार की इस कवायद से उन बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ेगा जो पैसे की कमी या घर के दूसरे हालातों के चलते महंगे कोचिंग संस्थानों में पढ़ने नहीं जा पाते हैं। स्कूलों में अफसरों को अपने बीच देखकर बच्चों को कुछ करने और अपने आप को साबित करने की भावना जागेगी। ऐसे की कोचिंग संस्थानों में अफसरों से मिली सटीक जानकारी उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं को जानने समझने और उनकी तैयारी करने में मदद करेगी।
दूरदर्शी विजन के साथ सरकार ला रही है यह योजना
योगी सरकार की यह योजना भविष्य में प्रदेश के जरूरतमंद बच्चों की जिंदगी बदलने के क्षेत्र में बड़ा माइलस्टोन साबित होगी। अगर अफसर जमीन स्तर पर योजना को कायदे से लागू करने में सफल रहते हैं तो जरूरतमंद और गरीब तबके के बच्चों की जिंदगी में बड़ा सुधार आएगा। इससे गरीब छात्रों के अच्छे दिन लाने वाली योजना भी कहा जा सकता है।