नई दिल्ली। संसद के निचले सदन लोकसभा ने आज दिव्यांग बिल को ध्वनिमत से पारित कर दिया। यह विधेयक दिव्यांग व्यक्तियों से संबंधित अधिनियम 1995 की जगह लेगा। जिसके तहत डिसेबिल लोगों को समान अवसर, अधिकारों की सुरक्षा और पूर्ण भागीदारी मिलेगी। यह विधेयक दिव्यागं लोगों के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के अनुरूप है, जिस पर भारत ने 2007 में हस्ताक्षर किए थे।
शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन भी हंगामे के भेट चढ़ गया। राज्यसभा को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया गया तो वहीं लोकसभा में भी जमकर नोटबंदी पर हंगामा हुआ। संसद के इस सत्र में विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ही अपनी -अपनी बात पर अड़े रहे जिस वजह से पूरे सत्र की कार्यवाही बाधित रही।
सदन की कार्यवाही से पहले पीएम मोदी ने साधा विपक्ष पर निशाना:-
संसद के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है और ये आखिरी दिन भी हंगामे की भेट चढ़ गया। संसदीय समिति की बैठक भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने बुलाई थी जिसमें प्रधानमंत्री सहित अन्य बड़े नेता भी शामिल हुए। इस बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने के लिए सदन में इस तरह का बर्ताव हो रहा है।
राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन :-
नोटबंदी के मुद्दे पर संसद की शुरुआत से ही विपक्ष के तेवर काफी तीखे थे जिसकी भेट सदन की कार्यवाही चढ़ गई। इस मुद्दे को लेकर आज विपक्ष ने एकजुट होकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। इस मुलाकात में कांग्रेस, एनसीपी, टीएमसी पार्टी के नेता शामिल थे जिनमें मुख्य रुप से कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय थे।
इस मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम लोगों ने संसद के गतिरोध पर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है। विपक्ष ने सदन को चलाने की कोशिश की लेकिन सरकार की वजह से सदन नहीं चल पाया।