नई दिल्ली। शराब कारोबारी विजय माल्या पर जल्द ही शिकंजा कसा जा सकता है क्योंकि ब्रिटेन भी अब माल्या की गिरफ्तारी में भारत का सहयोग कर सकता है। ब्रिटेन की एक जिला अदालत के न्यायाधीश ने माल्या के खिलाफ जारी गिरफ्तारी का वारंट जारी करने पर जल्द ही फैसला कर सकते हैं। केंद्र सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक भारत ने माल्या के प्रत्यर्पण के लिए पिछले महीने ब्रिटिश उच्चायोग को एक औपचारिक अनुरोध सौंपा था, जिस पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।
मीडिया से बातचीत के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा, ” ब्रिटिश उच्चायोग को माल्या के संबंध में एक औपचारिक प्रत्यर्पण अनुरोध सौंप दिया गया था।” ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने बताया कि इस अनुरोध को विदेश सचिव ने वेस्टमिंस्टर मैजिस्ट्रेट्स कोर्ट को भेज दिया है। जिला न्यायाधीश आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने पर सुनवाई करेंगे।
माल्या के खिलाफ ‘वैध’ मामला है
ब्रिटेन को अनुरोध सौंपते हुए भारत की ओर कहा गया है कि उसका माल्या के खिलाफ ‘वैध’ मामला है। बता दें कि इससे पहले जनवरी में सीबीआई की एक अदालत ने 720 करोड़ रुपये के आईडीबीआई बैंक कर्ज के चूक मामले में माल्या के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था।
भारत छोड़कर भागा माल्या
गौरतलब है कि बैंकों का कर्जा ज्यादा होने के कारण माल्या ने 2 मार्च, 2016 को भारत छोड़ दिया था। कुछ दिनों बाद खबरें आई कि माल्या लंदन में है। 17 बैंकों के संघ ने माल्य से 9.081 करोड़ रुपये की बकाया वसूली के लिए जुलाई 2013 में अदालत में याचिका दाय़र की गई थी। यह कर्ज माल्या की डूब चुकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस को दिया गया था।