नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे आंदोलन को आज 48वां दिन है। आठवें दौर की वार्ता के बाद भी कोइ नतीजा नहीं निकल पाया है। सरकार का कहना है कि वो कानून में संशोधन करने को तैयार हैं लेकिन कानून वापस नहीं होगा। सरकार का तर्क है कि उन्होंने कानून पूरे देश के लिए बनाया है और ज्यादातर राज्यों के किसान इसका समर्थन कर रहे हैं। सोमवार को किसान आंदोलन को लेकर दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए सरकार को फटकार लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट से फटकार खाने के बाद भी बीजेपी के नेता बेतुके बयानों से बाज नहीं आ रहे।
ताजा बयान है भाजपा के सांसद एस मुनीस्वामी का उनका कहना है कि किसान आंदोलन पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर जो किसान आंदोलन किए जा रहे हैं। उनके लिए किसान को पैसे दिए जा रहे हैं। कर्नाटक के कोलार से भाजपा सांसद मुनीस्वामी ने किसानों को लेकर यह विवादित बयान दिया है।
किसानों के रहन सहन पर उठाई सवाल-
उन्होंने आगे कहा कि ये बिचौलिए हैं या फर्जी किसान। ये पिज्जा, बर्गर और केएफसी का खाना खा रहे हैं। वहां उन्होंने जिम बनाया है, अब ये ड्रामा बंद होना चाहिए। बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों की संख्या में बैठकर किसान दिल्ली की अलग.अलग सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं एस मुनीस्वामी ऐसे पहले नेता नहीं हैं, जिन्होंने किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है। इससे पहले राजस्थान के कोटा से भाजपा विधायक मदन दिलावर ने कहा था कि प्रदर्शनस्थल पर किसान जानबूझकर चिकन बिरयानी खा रहे हैं ताकि देश में बर्ड फ्लू फैल जाए।