लखनऊ: राजधानी के एक बड़े अस्पताल के डॉक्टर ने खुद अपने हॉस्पिटल को कोविड अस्पताल की लिस्ट से बाहर किए जाने की गुहार लगाई है। डॉक्टर ने ऐसा कोविड मरीज के परिजनों द्वारा मारपीट से आहत होकर किया है।
अर्जुनगंज स्थित एडवांस न्यूरो एंड जनरल हॉस्पिटल के डॉ. विनोद तिवारी ने सीएमओ को सोशल मीडिया पर पत्र लिखकर उनके अस्पताल को कोविड लिस्ट से हटाने की मांग की है। इसके पीछे का कारण जो डाक्टर ने बताया है वह काफी चौंकाने वाला है।
अस्पताल के स्टाफ के साथ मारपीट का आरोप
डॉ. विनोद ने आरोप लगाया है कि इलाज के दौरान कोराना संक्रमित मरीज की मौत हो जाने के बाद बाहर से आए कुछ लोगों ने न सिर्फ उनके अस्पताल में तोड़फोड़ की बल्कि डॉक्टर व उनके स्टाफ को पीटा भी। इतना ही नहीं हद तो तब हो गयी, जब आक्रोशित लोगों ने पुलिस के सामने भी उनके स्टाफ को नहीं बख्शा। उन्होंने पुलिस पर तमाशा देखने का आरोप भी लगाया है।
दरअसल, कोरोना काल में एडवांस न्यूरो एंड जनरल हॉस्पिटल को प्रशासन की तरफ से कोविड मरीजों के इलाज के लिए कोविड अस्पताल घोषित किया गया था। जिसके बाद से ही यहां पर सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा था। इसी दौरान बीती 22 मई को अम्बेडकर नगर निवासी कोरोना संक्रमित एक महिला मरीज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था।
इलाज के दौरान मरीज की मौत पर हंगामा
बताया जा रहा है कि जब मरीज को भर्ती किया गया था, तभी परिजनों को उसके गंभीर हालत के बारे में बता दिया गया था। बीती 25 मई को मरीज की इलाज के दौरान मौत हो जाने के बाद उनके परिजनों ने अस्पताल के एक चिकित्सक व स्टाफ के साथ जमकर मारपीट की।
अस्पताल के संचालक का आरोप था कि प्रशासन की तरफ से उन्हें किसी प्रकार की सुरक्षा नहीं दी जा रही है। इसी बीच उन्होंने लखनऊ सीएमओ को पोस्ट लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया। इसके बाद प्रशासन ने उनकी मदद शुरू कर दी है। आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई से डॉक्टर ने राहत की सांस ली है।