लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी के भाई डॉ अरूण कुमार की नियुक्ति सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी कपिलवस्तु में मनोविज्ञान विभाग में हुई है। लेकिन, इनकी नियुक्ति अब विवादों के घेरे में आ गई है। जिसके बाद से लगातार जांच की मांग की जा रही है।
अधिवक्ता और सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने भी जांच की मांग की है। नूतन का कहना है कि डॉ अरूण की नियुक्ति ईडब्ल्यूएस कोटे से हुई है। ऐसे में कई सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि डॉ अरूण बनस्थली विद्यापीठ राजस्थान में भी प्रोफेसर थे। साथ ही वे शिक्षा मंत्री के भाई भी हैं। ऐसे में उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए गरीबी के प्रमाण पत्र पर सवाल खड़े होते हैं।
नूतन ठाकुर ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को इस संबंध में साक्ष्यों के साथ पत्र लिखा है। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। नूतन ठाकुर ने कहा कि अगर इस प्रकार के संदिग्ध मामलों की जांच नहीं होगी तो कई सवाल खड़े होंगे।
वहीं इस मामले में मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा है कि प्रमाण पत्र की जांच होगी। उसमें कोई गलती पाई जाएगी तो आगे की कार्रवाई होगी। इसके अलावा शिक्षा मंत्री कुछ और बोलने से बच रहे हैं। वहीं इस मामले को विपक्षी पार्टियों ने भी योगी सरकार पर हमला बोलने का माध्यम बना लिया है।