पटना। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने नरेंद्र मोदी सरकार के अंतरिम बजट को उनका अंतिम बजट बताया और कहा है कि बजट युवा विरोधी और किसानों को गुमराह करने वाला है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बजट से बहुत मायूसी हुई है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने बताया कि पार्टी बजट को भ्रमाने वाला मानती है और उपेंद्र कुशवाहा का मानना है कि यह चुनावी जुमलेबाजी है।
बता दें कि कुशवाहा ने कहा कि इस बजट में गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की कोई कोशिश नहीं की गई है। साथ ही न तो रोजगार सृजन के उपायों का कोई प्रस्ताव है और न किसानों को लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए कृषि उत्पादन पर आधारित उद्योगों की स्थापना का कोई प्रावधान किया गया है। वर्तमान मोदी सरकार की यह बजट आखिरी बजट सिद्ध होगी क्योंकि इसमें देश की 95 फीसद आबादी वाले एससी, एसटी, ओबीसी,अल्पसंख्यक , शोषित, वंचित एवं गरीब लोग हैं इन लौगों के लिए कुछ भी नहीं है। मल्लिक ने बताया कि पार्टी का मानना है कि नरेंद्र मोदी सरकार का यह आखिरी जुमला साबित होगा।
अतीश दीपंकर