नई दिल्ली। 21 वीं सदी में भारत का महान नेता जिसका लोहा दुनियां ही नहीं बल्कि उसके विरोधी भी मानते थे। ऐसे अटल बिहारी वाजपेई का दीवाना हर कोई था। बॉलीबुड से भी अटल जी का गहरा नाता था। भारतीय फिल्म जगत के ट्रेजरी किंग दिलीप कुमार अटल जी के दिल के बेहद करीब थे। अटल जी उनके अभिनय के कायल थे। तो दिलीप साबह अटल जी प्रभावशाली व्यक्तित्व के दीवाने।
वाजपेई ने दिखाई थी विश्व को भारत की ‘अटल’ ताकत,
भारत की ओर से लाहौर बस यात्रा के जरिए अमन और दोस्ती का पैगाम पाकिस्तान को दिया गया था
दोनों एक दूसरे के इस कदर दीवाने थे कि एक बार जब भारत के पीठ में पाकिस्तान ने खंजर भोंक कर दोस्ती का सिला दिया था। तो दिलीप साहब से नहीं रहा गया था। वाकिया है 1999 के कारगिल वॉर का जब भारत की ओर से लाहौर बस यात्रा के जरिए अमन और दोस्ती का पैगाम पाकिस्तान को दिया गया था। बदले में पाकिस्तान ने भारत को कारगिल युद्ध सौंपा था। उस वक्त दिलीप साहब ने पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को फोन पर बुरी तरह से फटकार लगाई थी। इस बात का जिक्र पाक के पूर्व फॉरेन मिनिस्टर खुर्शीद कसूरी की किताब ‘नाइदर अ हॉक नॉर अ डव’ में किया है।
अटल जी ने पाक पीएम नवाज शरीफ को युद्ध खत्म करने के लिए फोन किया था
उन्होने अपनी किताब में लिखा है कि कारगिल युद्ध के दौरान अटल जी ने पाक पीएम नवाज शरीफ को युद्ध खत्म करने के लिए फोन किया था। उस वक्त दिलीप कुमार से नवाज शरीफ की बात कराई थी। नवाज दिलीप की आवाज सुनकर दंग रह गए थे। अटल जी ने पहले पीएम नवाज को लाहौर बस यात्रा के बदले युद्ध सौपने के लिए झाड़ लगाई । इसके बात फोन दिलीप साहब को दे दिया। दिलीप कुमार ने पाक पीएम से कहा कि मै एक भारतीय मुस्लमान हूं। हम आपसे ऐसी उम्मीद नहीं करते थे मियां आपको भारत और पाकिस्तान में अमन और दोस्ती की बातें करते थे। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति दोनों देश के लिए लिए बेहतर नहीं है कुछ करिए जनाब।
अजस्र पीयूष