मोदी सरकार ने लाए हुए तीन कृषि कानूनों को लेकर पंजाब और हरियाणा के किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों का ये प्रदर्शन राजधानी दिल्ली पहुंच चुका है और देश का अन्नदाता अपनी रोजी-रोटी की चिंता में सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर डटा है.
पूरे देश के लिये अन्ना पैदा करने वाला अन्नदाता आज अपनी रोटी को संकट में पा रहा है इसलिये बढ़ती ठंड और कोरोना महामारी की चिंता किये बिना अपना हक मांगने राजधानी पहुंच गया है.
अकेला नहीं है देश का किसान
किसानों का आंदोलन आज 6वें दिन में पहुंच गया है. बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसी के साथ ही अब किसानों को ऑटो-रिक्शा यूनियन और दिल्ली प्रदेश टैक्सी यूनियन ने समर्थन देने का फैसला लिया है. यूनियन की तरफ से कहा गया है कि दिल्ली ऑटो रिक्शा और टैक्सी किसानों को समर्थन देगी लेकिन हड़ताल नहीं करेगी क्योंकि कोरोना और लॉकडाउन की वजह से पहले ही काफी नुक्सान हुआ है, जिससे की अब ड्राइवर्स हड़ताल करने में सक्षम नहीं है.
खाप पंचायतों ने भी दिया किसानों को समर्थन
वहीं हरियाणा की खाप पंचायतों की तरफ से भी किसानों को समर्थन मिल रहा है. इसके साथ ही ऑल इंडिया सारथी एंड ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष बलवंत सिंह भुल्लर व दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष परमीत सिंह गोल्डी ने सिंघु बॉर्डर पर पहुंचकर किसानों का समर्थन किया.
पंजाब के कलाकार भी किसानों को समर्थन दे रहे हैं और उनका होसला बढ़ा रहे हैं. वहीं सोशल मीडिया पर आम जनता भी किसानों का समर्थन कर रही है.
भीम आर्मी ने दिया किसानों को समर्थन
चंद्रशेखर आजाद की भीम आर्मी ने भी किसान आंदोलन में हिस्सा ले लिया है. गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों के साथ भीम आर्मी के लोगों ने प्रदर्शन किया.