आज भगवान विष्णु की भी की जाती है पूजा
आज का पंचांग
आज की तिथि- द्वादशी – 17:11:48 तक
आज का नक्षत्र – आर्द्रा – पूर्ण रात्रि तक
आज का करण – तैतिल – 17:11:48 तक
आज का पक्ष – कृष्ण
आज का योग – हर्शण – 25:12:00 तक
आज का वार – गुरूवार
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 05:44:22
सूर्यास्त – 19:09:29
चन्द्रोदय – 27:17:00
चन्द्रास्त – 16:55:00
चन्द्र राशि – मिथुन
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1943 प्लव
विक्रम सम्वत – 2078
काली सम्वत – 5123
दिन काल – 13:25:07
मास अमांत – आषाढ
मास पूर्णिमांत – श्रावण
शुभ समय – 12:00:05 से 12:53:45 तक
अशुभ मुहूर्त
दुष्टमुहूर्त – 10:12:44 से 11:06:24 तक, 15:34:47 से 16:28:27 तक
कुलिक – 10:12:44 से 11:06:24 तक
कंटक – 15:34:47 से 16:28:27 तक
राहु काल – 14:07:33 से 15:48:12 तक
कालवेला / अर्द्धयाम – 17:22:08 से 18:15:48 तक
यमघण्ट – 06:38:02 से 07:31:42 तक
यमगण्ड – 05:44:22 से 07:25:00 तक
गुलिक काल – 09:05:38 से 10:46:17 तक
भोलेनाथ जी की आरती
जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥
अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥
त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥