नवरात्रि के सांतवे दिन मां कालरात्रि का पूजा की जाती है, मां कालरात्रि की पूजा करने वाले भक्तों पर मां की कृपा बनी रहती है।
मां कालरात्रि पूजा
मां कालरात्रि की पूजा के दिन सुबह नहाकर मां की पूजा की तैयारी करें, पूजा में रोली,अक्षत,दीप,धूप अर्पित करें। इसके बाद मां को फूल और गुड़ अर्पित करें। अब इसके बाद दुर्गा सप्तशती, दुर्गा चालीसा का पाठ करें और मां के मंत्रों का जाप करने के बाद आरती करें।
मां कालरात्रि की पूजा में करें ये मंत्र उपचार
करालवंदना धोरां मुक्तकेशी चतुर्भुजाम्।
कालरात्रिं करालिंका दिव्यां विद्युतमाला विभूषिताम॥
दिव्यं लौहवज्र खड्ग वामोघोर्ध्व कराम्बुजाम्।
अभयं वरदां चैव दक्षिणोध्वाघ: पार्णिकाम् मम॥
महामेघ प्रभां श्यामां तक्षा चैव गर्दभारूढ़ा।
घोरदंश कारालास्यां पीनोन्नत पयोधराम्॥
सुख पप्रसन्न वदना स्मेरान्न सरोरूहाम्।
एवं सचियन्तयेत् कालरात्रिं सर्वकाम् समृद्धिदाम्॥