अयोध्या। उत्तर प्रदेश के डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला के राम मंदिर को लेकर ली गई शपथ के बाद अब अयोध्या में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। जंहा एक तरफ शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी समेत राम मंदिर पक्षकार साधू -संत डीजी के समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे है तो वही बाबरी मस्जिद के मुद्दई हाशिम अंसारी के इंतकाल के बाद उनकी जगह पक्षकार बने उनके बेटे इकबाल अंसारी ने डीजी सूर्य कुमार शुक्ला को तुरंत बर्खास्त करने की मांग उठाई है। इकबाल ने कहा कि सरकारी नौकरी में रहते हुए वह कैसे राम मंदिर के लिए शपथ ले सकते है और ऐसा बयान दे सकते है उन्हें तो मंदिर-मस्जिद और सभी धर्मो के बारे में बोलना चाहिए।
वहीं शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी का कहना है कि उन्होंने शपथ ली है तो वे जाने, लेकिन आयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए क्योंकि राम मंदिर अगर अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या पाकिस्तान में बनेगा राम मंदिर अगर राम जन्म स्थान पर नहीं बनेगा तो फिर कहां बनेगा ये कैसा दुर्भाग्य है हिन्दुस्तान में राम मंदिर बनाने को लेकर लोग अदालतों के चक्कर काट रहे हैं। रिजवी ने कहा कि ये कौन से कट्टरपंथी लोग है कौन से मुल्ला है जो नहीं चाहते की देश में राम मंदिर बने और अमन चैन हो ये केवल राम मंदिर का मामला नहीं है ये राम जन्म स्थान का मामला है इसको इस नजरिये से देखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मस्जिदे ट्रांसफर हो सकती है सउदी अरब में अकसर मस्जिदे ट्रांसफर होती है अगर वंहा पहले मस्जिद बनी थी और किसी ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ की थी तो उसको आज सुधार लेना चाहिए , लखनऊ में मस्जिद बन जाए और अयोध्या में मंदिर हर सेकुलर मुसलमान यही चाहता है केवल जाकिर नाईक जैसे मुल्ला ही नहीं चाहते। डीजी की शपथ का विरोध कर रहे बाबारी मस्जिद के पक्षधर इकबाल अंसारी का कहना है कि राम मंदिर बनाने की शपथ डीजी साहब लेने को कह रहे है कोई भी सरकारी अफसर जब शपथ लेता है तो उसके लिए सारी जाति के लोग बराबर होते है चाहे वह मंदिर मस्जिद हो या गुरुद्वारा ।
उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि वे सरकार से मिले हुए है अगर नहीं मिले हुए है तो सरकार को चाहिए इनको तुरंत बर्खास्त करे। सरकारी अमला जो भी होता है वह सबके पक्ष में काम करता है उसके लिए सब बराबर है हमारा ये मानना है कि आजम खान जैसे लोग के साथ जब जाते है तो उनका दिमाग नहीं काम अरता वे खुली हुई बात करते है चैलेन्ज करते है अगर वह खाली मंदिर की बात करते है तो मुसलमानों का क्या होगा। इकबाल ने कहा कि हम तो यही कहते है की सरकार इनको तुरंत बर्खास्त करे ये जैसे लोग जो बयान देते है उससे देश का माहोल खराब होगा।