प्रयागराज: मौनी अमावस्या के मौके पर भक्तों के साथ-साथ साधू संत भी भारी संख्या में आते हैं। संतों के बीच भक्त कई बार आस्था का अनोखा दृश्य भी देखते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। जहां शिव योगी मौनी महाराज की अनोखी साधना लोगों को काफी प्रभावित कर रही थी। वह अपने शिविर से संगम तट तक लेटकर परिक्रमा करते हुए जा रहे थे।
राम मंदिर निर्माण के लिए हठयोग
अपने शिविर से स्नान स्थल तक वह ऐसे ही गए। बाद में पता चला कि प्रत्येक माघ मेले में वह ऐसे ही परिक्रमा करते हुए गंगा स्नान करने जाते हैं। इस बार उनकी प्रक्रिया में थोड़ी तब्दीली देखी गई, परिक्रमा के दौरान वह लेट कर स्नान स्थल तक जाते हुए दिखाई दिए।
राम मंदिर का तेजी से निर्माण हो जाए, इसके लिए वह इस मुद्रा में दिखाई दिए। भगवान राम के भव्य राम मंदिर के निर्माण का सभी को इंतजार है। भक्तों ने काफी लंबे वक्त तक इस दिन का इंतजार किया है। राम मंदिर निर्माण के लिए वह चार करोड़ 28 लाख दियों का अब तक दान कर चुके हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा और उत्तराखंड आपदा के लिए हवन
इसके अतिरिक्त मौनी महाराज ने राष्ट्रीय सुरक्षा और उत्तराखंड आपदा में प्रभावित लोगों की बेहतरी के लिए हवन किया। यह हवन भी उन्होंने लेट कर किया। माघ मेले में 5 बार इस तरह की चक्रवर्ती परिक्रमा का उन्होंने संकल्प लिया है, इस बार उनकी यह तीसरी परिक्रमा थी। मौनी महाराज का माघ मेले में एक लाख 51 हजार दीयों के दीपदान का संकल्प चल रहा है।