नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के लीला होटल में आयोजित नॉर्थ ईस्ट डेवलपमेंट कॉन्क्लेव में पूर्वोत्तर के वाणिज्य क्षेत्र उद्योग संघ के सीएमडी आरके मोरे ने कहा कि मैं साल 2009 से इस क्षेत्र में कार्य कर रहा हूं। पूर्वोत्तर राज्यों में किसानों के खेती के लिए पास बहुत छोटी जमीन होती है। एक परिवार के पास मुश्किल से 4-5 बीघा जमीन होती है, लेकिन सही ट्रेनिंग जैसे खेती का सही तरीका क्या है या किस सीजन में किस कैसे खेती की जाए? तो अगर सही क्रम में काम किया जाए तो अच्छी पैदावार के साथ-साथ अच्छी पैसा भी वह लोग कमा सकते हैं।
वहीं उत्तर पूर्वी राज्यों के बांस उद्योग को रिप्रेजेंट करने पहुंचे मुथा बांस उद्योग के निदेशक नीरज मुथा ने कहा कि बांस उद्योग उत्तर पूर्व का सबसे बड़ा व्यापारिक कारोबार है। इस क्षेत्र को बढ़ावा देने और देश के अन्य हिस्सों में पहुंचाने के लिए हम कार्यशील है। उन्होंने कहा कि इस उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए हमे सरकार की मदद की जरूरत है। उन्होंने बताया कि बांस उद्योग न सिर्फ पूर्वोत्तर में बल्कि चीन में भी लोकप्रिया है। बता दें कि पूर्वोत्तर में लोग बांस से बनी चीजों का इस्तेमाल करते हैं।