बिहार। बिहार में सियासी घमासान इन दिनों खासा सुर्खियां बटौर रहा है। आए दिन बिहार में महागठबंधन के टूटने से लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। ऐसे में तत्काल बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी पहले पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पीछे पड़े हुए थे तो अब उनकी श्रेणी में लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप का नाम भी जुड़ गया है। अब तेजप्रताप यादव पर भी सुशील मोदी अपना शिकंजा जमाने में लगे हुए हैं।
सुशील मोदी ने कहा है कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को संभाल लिया है। उन्होंने कहा है कि वह अब समीक्षा करेंगे और फिर प्राथमिकताएं तय करेंगे। उनके अनुसार उनकी लड़ाई भ्रष्टाचारियों के खिलाफ है। और यही उनकी प्राथमिकता है, भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए ही इस सरकार का गठन हुआ है। सुशील मोदी के अनुसार भ्रष्टाचार के कारण ही यह गठबंधन टूटा था और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
डिप्टी सीएम बनने के बाद सुशील मोदी के पास वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भी है। सुशील मोदी ने मिट्टी घोटाले में डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने तेजप्रताप यादव पर विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। वन एवं पर्यावरण विभाग ने माल निर्माण के दौरान चिड़ियाघर से मिट्टी खरीद मामले की जांच नए सिरे से शुरू कर दी है। डिप्टी सीएम ने इससे जुड़ी हुई सभी फाइलों को अपने पास मंगवाया है। सुशील मोदी का कहना है कि यह घोटाला भले ही 40-50 लाख रुपए का है लेकिन मिट्टी घोटाले के कारण ही पता लगा है कि लालू 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा कीमत की बेनामी संपत्ति के मालिक थे।