पटनाः उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार और मुख्यमंत्री हर गंभीर मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए समुचित फैसले लेते रहें हैं लेकिन जिनकी पार्टी के शासन में चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, हजारों महिलाओं का उत्पीड़न और दलितों के नरसंहार हुए, वह इन मुद्दों पर मुंह क्यों नहीं खोलते?
विपक्ष पर किया जोरदार वार
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि 26 साल में 26 बेनामी सम्पत्ति बनाने पर बिंदुवार जवाब देने के लिए मुहं क्यों नहीं खोला? राघोपुर में दलितों का घर जलाए जाने की ताजा घटना पर भी उनका मुंह क्यों नहीं खुला। वह तो प्रधानमंत्री की खाल उधेड़ने जैसे बयान देने के लिए अपना मुंह खोलते हैं।
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Sc\st के बहाने साधा निशाना
साथ ही उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि एससी-एसटी कानून के मूल प्रावधान बहाल रखने के लिए कानून संशोधन बिल के प्रारूप को मंजूरी देकर एनडीए सरकार ने दलितों के खिलाफ अत्याचार रोकने पर अपने कड़े रुख का परिचय दिया है। जिन लोगों ने दलितों को भड़का कर सड़कों पर हिंसा-आगजनी करवाई थी उन्हें अब जनता से माफी मांगनी चाहिए।
विपक्ष मुद्दाविहीन हो गया
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह के मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के बाद समाज कल्याण विभाग उन्हें सारे दस्तवेज सौंप रहा है। विपक्ष मुद्दाविहीन हो गया है। जिन लोगों ने बंद करवाने और रेल-सड़क यातायात बाधित कर जनता की मुसीबत बढ़ाने में ताकत लगाई, उन्हें सीबीआई को जांच में मदद करने लायक सूबत जुटाने में समय लगाना चाहिए।
-BY ANKIT TRIPATHI